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ढाई मीटर तक तोड़ा गया अतिक्रमण, नाले के चैनेलाइजेशन में बन रहा था रोड़ा
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स्थानीयों ने भी दिया साथ, बिना हंगामे के हुई कार्रवाई
बुरहानपुर। शहर के शिकारपुरा रोड पर मंगलवार सुबह उस समय हलचल मच गई, जब नगर निगम और प्रशासन की टीम ने अवैध अतिक्रमण पर कार्रवाई करते हुए जेसीबी मशीनों से निर्माण हटाना शुरू किया। यह कार्रवाई शिकारपुरा नाले के चैनेलाइजेशन प्रोजेक्ट के अंतर्गत की गई, जिसमें नाले के अंतिम हिस्से पर करीब ढाई मीटर तक अवैध कब्जा कर लिया गया था।
नगर निगम आयुक्त संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि शिकारपुरा में नाले के चौड़ीकरण और सीमेंटीकरण का कार्य चल रहा है, लेकिन नाले के अंतिम छोर पर कुछ स्थानीय लोगों ने अतिक्रमण कर लिया था, जिससे निर्माण कार्य रुक गया था।
नगर निगम ने पहले संबंधित लोगों को नोटिस जारी किया था और स्वेच्छा से निर्माण हटाने को कहा गया था। लेकिन जब कई बार चेतावनी के बावजूद अतिक्रमण नहीं हटाया गया, तब प्रशासन को सीधी कार्रवाई करनी पड़ी। इस पूरी कार्रवाई में सबसे उल्लेखनीय बात रही कि स्थानीय निवासियों ने खुद प्रशासन का सहयोग किया। न कोई विरोध, न बहस – लोगों ने शांतिपूर्वक कब्जा हटाने दिया। कई परिवारों ने खुद ही अपने सामान को हटाया।
डिज़ाइन में चाहिए थे 3.5 मीटर, कब्जा था ढाई मीटर तक
नाले के उस हिस्से में कुल 3.5 मीटर चौड़ाई आवश्यक थी। निगम ने पहले पूरे क्षेत्र की मार्किंग करवाई ताकि कोई विवाद की स्थिति न बने। मंगलवार सुबह करीब 10 बजे निगम की टीम जेसीबी लेकर मौके पर पहुंची और कार्रवाई शुरू की।
प्रशासनिक और पुलिस बल रहा मुस्तैद
कार्रवाई के दौरान एसडीएम पल्लवी पौराणिक, तहसीलदार, सीएसपी गौरव पाटिल, शिकारपुरा थाना प्रभारी, और निगम के कार्यपालन यंत्री प्रेमकुमार साहू, सहायक यंत्री गोपाल महाजन, अशोक पाटिल सहित अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। निगम के अमले के साथ-साथ पुलिस बल की भी पर्याप्त तैनाती की गई थी ताकि कानून व्यवस्था बनी रहे।
जनहित में लिया गया निर्णय
आयुक्त श्रीवास्तव ने कहा यह कार्रवाई जनहित में थी। जब शहर के नालों की सफाई, चैनेलाइजेशन और विकास के कार्य अवैध कब्जों की वजह से अटकते हैं, तो हम मजबूरी में ऐसी कार्रवाई करते हैं। लेकिन खुशी की बात है कि इस बार लोगों ने भी सकारात्मक रुख दिखाया।
क्यों ज़रूरी है नाले का चैनेलाइजेशन
शिकारपुरा क्षेत्र में हर साल मानसून के दौरान जलभराव और गंदगी की समस्या देखने को मिलती है। निगम ने इसके स्थायी समाधान के लिए नाले के पक्के निर्माण की योजना बनाई है। यदि नाले का बहाव सुचारू होता है, तो आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ की आशंका खत्म होगी और ड्रेनेज सिस्टम बेहतर होगा।
निगम की चेतावनी – आगे भी होगी ऐसी कार्रवाई
निगम आयुक्त संदीप श्रीवास्तव ने स्पष्ट किया है कि शहर में नालों, सड़कों, और सार्वजनिक ज़मीन पर किए गए सभी अवैध अतिक्रमण पर इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी। अगले चरण में लालबाग, चित्रा टॉकीज और गुलमोहर रोड क्षेत्र चिह्नित किए गए हैं।