बुरहानपुर। समाज में कई बार हमें ऐसी घटनाएं देखने को मिलती हैं, जो हमारे विश्वास को फिर से जागृत करती हैं और हमें यह याद दिलाती हैं कि इंसानियत आज भी जिंदा है। ऐसी ही एक घटना खकनार क्षेत्र में देखने को मिली, जहां थाना प्रभारी अभिषेक जाधव ने अपने मानवता के भाव और संवेदनशीलता से एक बुजुर्ग की जिंदगी बदल दी। यह घटना पुलिसकर्मी की भूमिका को एक नए दृष्टिकोण से प्रस्तुत करती है।
दरअसल गुरुवार को खकनार थाना प्रभारी अभिषेक जाधव की नजर बस स्टैंड पर एक बुजुर्ग पर पड़ी। वह व्यक्ति पिछले एक साल से यात्री प्रतीक्षालय में अकेले और निराश्रित तरीके से रह रहा था। उसकी दीन-हीन हालत, मैले कपड़े, और बढ़ी हुई दाढ़ी ने एक सवाल उठाया—क्या हम समाज के इस हिस्से को भूल गए हैं?
शासन से परे, इंसानियत ने लिया नेतृत्व
टीआई जाधव ने बिना कोई समय गंवाए इस बुजुर्ग की मदद का जिम्मा उठाया। उन्होंने सबसे पहले बुजुर्ग से बातचीत की और उसके बारे में जानकारी प्राप्त की। फिर उन्होंने बुजुर्ग को अपने वाहन में सवार किया और हेयर सैलून लेकर गए, जहां उसकी दाढ़ी और बाल काटे गए। इसके बाद, उन्होंने उसे थाने लाकर नहलाया, ताकि वह एक नई शुरुआत कर सके।
नई उम्मीद के साथ भोजन और कपड़े
लेकिन मदद यहीं खत्म नहीं हुई। थाना प्रभारी जाधव ने बुजुर्ग को साफ और नए कपड़े पहनाए, नई चप्पल भेंट की और भरपेट भोजन कराया। साथ ही, उन्होंने बुजुर्ग को यकीन दिलाया कि अब वह अकेले नहीं हैं, “मैं हमेशा आपकी मदद के लिए यहां हूं,” यह कहते हुए उन्होंने उसे आश्वस्त किया।
समाज में प्रेरणा का सूत्रपात
यह घटना सिर्फ एक मदद का मामला नहीं थी, बल्कि यह हमारे समाज के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश भी था। खकनार थाना प्रभारी अभिषेक जाधव ने साबित कर दिया कि पुलिसकर्मी सिर्फ कानून का पालन करने वाले नहीं होते, बल्कि वे समाज के नायक भी हो सकते हैं, जो मानवीय संवेदनाओं के साथ लोगों की मदद करते हैं।
सकारात्मक बदलाव की दिशा में एक कदम
इस नेक कार्य ने न केवल उस बुजुर्ग की जिंदगी में बदलाव लाया, बल्कि पूरे क्षेत्र में एक सकारात्मक संदेश भेजा। पुलिस के प्रति लोगों की सोच को बदलने में यह कदम महत्वपूर्ण साबित हुआ है। अब इस बुजुर्ग को न केवल भोजन और आवास मिल रहा है, बल्कि उसे यह भी एहसास हुआ कि समाज में उसे अकेला छोड़ने वाला कोई नहीं है।
खकनार में यह घटना उस बुजुर्ग के लिए एक नई शुरुआत थी, और एक बार फिर यह साबित हुआ कि किसी की मदद करने से जीवन में एक नई रोशनी आ सकती है। थाना प्रभारी अभिषेक जाधव की यह मानवीय संवेदनाएं समाज के लिए एक प्रेरणा बन गई हैं।