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जिलेभर की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं के अलावा सीडीपीओ, डीपीओ तक का वेतन भी नहीं हुआ
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अफसर बोले डायरेक्टारेट से चल रही उच्च स्तर पर बातचीत, जैसे ही राशि आएगी डाल देंगे मानदेय
बुरहानपुर। लाडली बहना योजना के कारण सरकारी खजाने में पैसा नहीं है, लेकिन इसका खामियाजा उन्हीं लोगों को उठाना पड़ रहा है जो इस योजना को लेकर लाडली बहनों की मदद कर रहे थे। इसमें न सिर्फ आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका बल्कि खुद विभागीय अफसर भी शामिल हैं जिन्हें वेतन नहीं मिला है।
दरअसल लाडली बहनों के फॉर्म भरने में सहयोग करने वाली और कईं सरकारी योजनाओं का काम संभालने के अलावा बीएलओ का भी दायित्व संभाल रही आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं को महिला एवं बाल विकास विभाग ने 3 माह से मानदेय नहीं दिया है। इससे आहत आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं ने गुरूवार शाम मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर राजेश पाटीदार को सौंपा।
इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कहा सर आपको क्या बताएं हमारी आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो गई है कि अब तक दुकानदार भी उधारी में किराना सामान उधार नहीं दे रहे। वह मना कर रहे है कि तीन तीन महीने हम उधार नहीं दे सकते। कीर्ति बैरागी ने कहा प्रधानमत्री विश्कर्मा योजना में भी पंचायत वाले कह रहे हैं कि आप सर्वे करके दें। आयुष्मान में हम काम कर रहे हैं। समग्र, आधार, डीबीटी का काम कर रहे है। केवाईवसी भी करा रहे हैं। आयुष्मान कार्ड में भी हम लोगों की ड्यूटी लगाई जा रही है। हम लोग कहां कहां दौड़ें और कितना काम करें सर। बीएलओ तो हम लोग हैं ही। उसका काम भी काम चल रहा है। पंचायत से हमें लेटर दिए जा रहे हैं। कईं कार्यकर्ताओं को नोटिस आ रहे हैं। हम लोगों की मानसिक स्थिति खराब हो रही है।
अफसरों को भी नहीं मिला वेतन
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं को जहां मानदेय नहीं दिया गया है तो वहीं खुद विभागीय अफसर भी इस समस्या से जूझ रहे हैं। प्रदेशभर में किसी भी डीपीओ, सीडीपीओ को भी दो माह से वेतन का भुगतान नहीं किया गया हॅ।
वर्जन-
किसी को नहीं मिला मानदेय, वेतन
बजट के कारण प्रदेशभर में यह समस्या आ रही है। उच्च स्तर पर बातचीत चल रही है। सीडीपीओ, सुपरवाइजर, डीपीओ सहित किसी को वेतन भी नहीं मिला। वित्त विभाग से डायरेक्ट्रेट की बात चल रही है। एक हफ्ते में समस्या का निराकरण होने की संभावना है। जैसे ही डायरेक्ट्रेट से प्राप्त होगा हम तत्काल मानदेय दे देंगे।
– सुमन कुमार पिल्लई, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास बुरहानपुर।