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वन विभाग और इको टूरिज्म बोर्ड ने आयोजित किया जागरूकता कार्यक्रम
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एक दिवसीय कैंप में 120 छात्रों ने लिया भाग, खेलकूद, प्रश्नोत्तरी और पर्यावरण शिक्षा पर जोर
बुरहानपुर। मध्य प्रदेश शासन वन विभाग और मध्य प्रदेश इको टूरिज्म बोर्ड के तत्वावधान में बुरहानपुर वन मंडल के अंतर्गत “अनुभूति कैंप” आयोजित किए जा रहे हैं। इस वर्ष भी यह वार्षिक कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण और वन्य जीवन के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।
8 जनवरी को बोदरली रेंज में अनुभूति कैंप आयोजित किया गया। बुरहानपुर वन मंडल की बोदरली रेंज के बादलखोरा क्षेत्र में आयोजित इस कार्यक्रम में 120 स्कूली छात्रों को वन्य जीवन और पर्यावरण के महत्व से परिचित कराया गया।
इस दौरान विशिष्ट अतिथि डीएफओ विद्याभूषण सिंह, एसडीओ अजय सागर, रेंजर लखनलाल वास्कले, अनिल राठौड़ (जिला पंचायत सदस्य), नागेश्वर (ग्राम पंचायत सरपंच), शब्बीर भाई (वन सुरक्षा समिति अध्यक्ष) सहित अन्य मौजूद रहे।
मुख्य गतिविधियां
• पर्यावरण और जंगलों की जैव विविधता पर जानकारी दी गई।
• विभिन्न प्रजातियों के पेड़-पौधों और वन्य जीवों के संरक्षण पर जागरूक किया गया।
• बच्चों के लिए खेलकूद प्रतियोगिताएं और प्रश्नोत्तरी आयोजित की गई।
• विजेताओं को पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
• बच्चों को सुबह चाय-नाश्ता और दोपहर का भोजन भी प्रदान किया गया।
निबंध और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं आयोजित
9 जनवरी शाहपुर रेंज में अनुभूति कैंप आयोजित हुआ। शाहपुर रेंज के अंतर्गत इस दिन 120 छात्रों और शिक्षकों ने एक दिवसीय अनुभूति कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान मुख्य आकर्षण रहा- पक्षी दर्शन और नेचर ट्रेल पर भ्रमण। स्थानीय दक्ष प्रजातियों और वन्य प्राणियों की जानकारी। निबंध और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। खेलकूद प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई। विजेताओं को पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। भरत पाटिल (वन सुरक्षा समिति अध्यक्ष), स्थानीय सरपंच और अन्य जनप्रतिनिधि शामिल हुए।
पर्यावरण और वन संरक्षण का महत्व
डीएफओ विद्याभूषण सिंह ने कहा “अनुभूति कैंप” जैसे कार्यक्रम पर्यावरण और वन संरक्षण के महत्व को छात्रों और समाज में फैलाने का एक प्रभावी तरीका हैं। यह पहल न केवल बच्चों को जिम्मेदार नागरिक बनाने में मदद करती है, बल्कि उन्हें हमारे प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा के प्रति भी संवेदनशील बनाती है।
कार्यक्रम का उद्देश्य
• पर्यावरण जागरूकता: बच्चों को जंगलों, वन्य प्राणियों और उनके आवास के महत्व के बारे में जानकारी देना।
• वन संरक्षण के प्रति संवेदनशीलता: छात्रों को वन सुरक्षा और वन्य प्राणियों के संरक्षण के प्रति जागरूक करना।
• समाज में संवेदनशीलता का विस्तार: छात्र इस अनुभव के बाद अपने परिवार और समाज में पर्यावरण संरक्षण का संदेश फैलाएंगे, जिससे आमजन में वन सुरक्षा और संरक्षण के प्रति जागरूकता पैदा होगी।