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CCTV फुटेज, साइबर सेल और फॉरेंसिक टीम की मदद से नेपानगर पुलिस ने किया बड़ा खुलासा
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अंतर्राज्यीय चोर गिरोह महाराष्ट्र से गिरफ्तार, चोरी गई चांदी हुई बरामद
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जालना और बुलढाणा जिले से पकड़ाए आरोपी, पुलिस अब फरार ‘गणेश’ और ‘मामा’ की तलाश में
नेपानगर। मातापुर बाजार की एक ज्वेलर्स शॉप से 2 किलो चांदी की चोरी करने वाले शातिर अंतर्राज्यीय चोर गिरोह को नेपानगर पुलिस ने पकड़ लिया है। 27 अप्रैल की रात हुई वारदात का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि चार आरोपियों को महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया गया है, जबकि दो आरोपी अभी फरार हैं। पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी की गई पूरी चांदी बरामद कर ली है, जिसकी कीमत करीब 2.5 लाख रुपये आंकी गई है।
दरअसल 60 वर्षीय रमेश सिंह ठाकुर, जो वार्ड क्रमांक 02 एमपीबीई कॉलोनी के निवासी हैं, उन्होंने पुलिस को बताया कि 27 अप्रैल की रात करीब 01:58 बजे कुछ अज्ञात बदमाशों ने उनकी ज्वेलर्स दुकान का शटर तोड़कर अंदर प्रवेश किया। बदमाशों ने नेवरी, पायलों और चांदी के कड़ों सहित लगभग 2 किलो चांदी चुराई।
घटना के बाद थाना नेपानगर में IPC की धारा 331(4), 305(ए) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने तत्काल जांच शुरू की। सबसे पहले घटनास्थल की फॉरेंसिक टीम से जांच करवाई गई और आसपास के CCTV फुटेज खंगाले गए।
जालना और बुलढाणा से मिली चोरों की लोकेशन
चोरी की शैली को देखकर पुलिस ने अनुमान लगाया कि यह कोई लोकल गैंग नहीं, बल्कि अंतर्राज्यीय गिरोह हो सकता है। इसके बाद नेपानगर पुलिस ने महाराष्ट्र के अमरावती, बीड और जालना जिलों में हुई हालिया चोरियों का पैटर्न मिलाया।
महाराष्ट्र पुलिस की LCB टीम की मदद से चार आरोपियों सुरेश पिता अशोक (30), राजीवगांधीनगर, जालना, कृष्णा पिता हरिचंद गायकवाड (30), खरपुडी, जालना, भोलू पिता भिमराव उरम (30), राजीवगांधीनगर, जालना और दिलीप पिता शेषराव बेलदार (29), धदम, थाना हिवरखेड, बुलढाणा को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में सामने आया कि वारदात में दो और आरोपी शामिल थे — गणेश पिता विठ्ठल निकम और एक अन्य जिसे गिरोह “मामा” के नाम से जानता है। वारदात में इस्तेमाल की गई आर्टिगा कार का भी पता लगाया जा रहा है।
मेमोरेंडम पर हुई जप्ती, न्यायालय ने भेजा रिमांड पर
पुलिस ने आरोपियों से चोरी गई चांदी को मेमोरेंडम के आधार पर जब्त कर लिया है। सभी आरोपियों को माननीय न्यायालय में पेश कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
इन अफसरों की रही अहम भूमिका
जांच में निरीक्षक ज्ञानु जायसवाल, उपनिरीक्षक शहाबुद्दीन कुरैशी, उपनिरीक्षक कलीराम मौर्य, आरक्षक गजेन्द्र, हेमराज, अमर पवार, लालसिंग, और नीतेश की सराहनीय भूमिका रही।