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केन्द्रीय कृषि, किसान कल्याण मंत्री शिवराजसिंह चौहान से अर्चना चिटनिस ने की मुलाकात
बुरहानपुर। केन्द्रीय कृषि, किसान कल्याण एवं ग्रामीण विकास विभाग मंत्री शिवराजसिंह चौहान से पूर्व मंत्री एवं विधायक अर्चना चिटनिस ने नई दिल्ली प्रवास के दौरान मुलाकात कर जल्द से जल्द मध्यप्रदेश में उद्यानिकी फसलों एवं केला फसल का मौसम आधारित फसल बीमा योजनांतर्गत बुरहानपुर सहित प्रदेश के कृषकों को लाभ प्रदान करने की मांग रखी। साथ ही एडब्ल्यूएस स्थापना होने तक वर्ष 2024-25 एवं वर्ष 2025-26 में वर्ष 2019-20 के दिशा-निर्देश अनुसार ही मौसम आधारित फसल बीमा योजना का क्रियान्वयन किए जाने के निर्देश जारी कर किसानों को लाभांवित करने की भी मांग रखी। श्रीमती चिटनिस ने कहा कि मौसम आधारित फसल बीमा योजना का लाभ किसानों को मिलना अत्यंत आवश्यक है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी महत्वाकांक्षी योजना क्रियान्वयन ना हो पाना चिंता का विषय है। केन्द्रीय मंत्री श्री चौहान ने श्रीमती चिटनिस द्वारा रखी गई मांगों पर तत्काल किसान हित में निर्णय लेने हेतु आश्वासन दिया।
केला फसल की उत्पादकता में कमी
मुलाकात के दौरान विधायक अर्चना चिटनिस ने कहा कि वर्ष 2019-20 से आज दिनांक तक उद्यानिकी फसलों को फसल बीमा योजनांतर्गत सम्मिलित नहीं किया जा रहा है। मध्यप्रदेश में केला फसल के अंतर्गत लगभग 50 हजार हेक्टेयर रकबा है। विगत वर्षों में केला फसल का बीमा न होने के कारण तथा मौसम के उतार-चढ़ाव के कारण केला फसल की उत्पादकता में कमी प्रतिलक्षित हुई है तथा फसल उपज कम होने के कारण कृषकों को आर्थिक क्षति उठानी पड़ रही है, जबकि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में केला फसल में मौसम आधारित फसल बीमा लागू है। जिसका महाराष्ट्र के कृषकों द्वारा लाभ लिया जा रहा है। जो कि मध्यप्रदेश के कृषकों के लिए बड़ी विसंगति है।
किसानों को लाभान्वित करने की मांग
वर्तमान में मध्यप्रदेश में विंड मेनुवल 2023 के तहत तहसील स्तर पर ऑटो मैजिक वैदर स्टेशन एडब्ल्यूएस स्थापना प्रक्रियाधीन है। एडब्ल्यूएस स्थापना होने तक वर्ष 2024-25 एवं वर्ष 2025-26 में वर्ष 2019-20 के दिशा-निर्देश अनुसार ही मौसम आधारित फसल बीमा योजना का क्रियान्वयन किए जाने के निर्देश जारी कर किसानों को लाभान्वित करने की भी मांग रखी।
केला फसल को कवर किया जाए
श्रीमती चिटनिस ने कहा कि मध्यप्रदेश में लगभग 30 लाख हेक्टेयर में उद्यानिकी फसले होती है। उद्यानिकी फसलों पर जलवायु परिवर्तन का काफी प्रभाव पड़ता है, जिससे उद्यानिकी फसलों की उत्पादकता में काफी गिरावट देखी गई है, इस कारण उद्यानिकी कृषकों द्वारा काफी नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। यह देखते हुए ही शिवराजसिंह चौहान जी के मुख्यमंत्रीत्व कार्यकाल में किसानों की हितैषी भाजपा सरकार द्वारा 50 प्रतिशत से अधिक नुकसान होने पर मुआवजा आरबीसी 6-4 के अंतर्गत 2 लाख रूपए प्रति हेक्टेयर निर्धारित किया गया है। श्रीमती चिटनिस ने केन्द्रीय मंत्री श्री चौहान से सभी तथ्यों के आधार पर अनुरोध किया कि मौसम आधारित फसल बीमा के अंतर्गत केला फसल को कवर किया जाए, जिससे मध्यप्रदेश के केला उत्पादक कृषकों को मौसम आधार फसल का लाभ मिल सके।