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एक हजार बाइक पर निकले दो हजार युवा, नशा मुक्ति का लिया संकल्प
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नेपानगर में निकाली भव्य शोभायात्रा, परंपरागत पोशाक पहनकर शामिल हुई महिला
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बंजारा लोक कलाकार रीना पवार ने सिर पर गिलास, इस पर 51 मटकी रखकर तलवार, कांच और गिलास पर किया नृत्य
नेपानगर। बंजारा समाजजन द्वारा आराध्य संत शिरोमणि श्री सेवालाल महाराज की 285वीं जयंती गुरुवार को भक्तिभाव से मनाई गई। जिला स्तरीय कार्यक्रम नेपानगर के नेहरू स्टेडियम में हुआ। शोभा यात्रा मनोज टाकीज से प्रारंभ होकर विभिन्न चौराहे से होते हुए नेहरू स्टेडियम पहुंची। सर्वप्रथम खड़कोद के खड़की नदी के पास संत सेवालाल देवस्थान पर पूजा पाठ कर भोग लगाया गया एवं ध्वजारोहण किया गया। इसके बाद वाहन रैली निकाली गई। इसमें एक हजार बाइक पर दो हजार युवा शामिल हुए। सम्मेलन में सभी ने नशा मुक्ति का संकल्प लिया। जिला स्तरीय कार्यक्रम में 84 टांडे के 5 हजार से ज्यादा समाजजन शामिल हुए।
नेपानगर में मुख्य कार्यक्रम का शुभारंभ संत सेवालाल महाराज के चित्र पुष्पांजलि और आरती से हुआ। सम्मेलन में संतों का भी आशीर्वचन प्राप्त हुआ। कार्यक्रम में सरसपुरी महाराज,भागीरथ महाराज,करणपूरी महाराज का प्रवचन हुआ।
सरसपुरी महाराज ने कहा संत सेवालाल महाराज हमेशा समाज की अखंडता बनाए रखने के लिए लोगों को प्रेरित करते रहे। वे संत के साथ समाज सुधारक भी थे। सामाजिक रीति-रिवाजों को समाज हित में करने का उनका प्रयास था। हम सभी को उनका अनुसरण करना चाहिए।
करणपूरी महाराज ने कहा समाज संघठित रहे। हमे संत सेवालाल महाराज के मार्ग पर चलना चाहिए।समाज गोर बंजारा रहकर रहे। हमारी पोशाक, पहनावा और परंपरा को ना भूले।भागीरथ महाराज ने समाजजन को संत सेवालाल महाराज के बताए मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। इस बीच सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए।बंजारा लोक कलाकार रीना नरेंद्र पवार ने सिर पर एक गिलास के ऊपर 51 मटकी रखकर तलवार, कांच व गिलास पर नृत्य की प्रस्तुति दी। रौनक नरेंद्र पवार बालिका बनकर नृत्य कर नशा मुक्ति का संदेश दिया। कार्यक्रम में समाजजन होली एवं संत सेवालाल महाराज की गीतों पर झूमे। सेवालाल महाराज की महाआरती और प्रसादी के बाद कार्यक्रम का समापन हुआ।
माध्यमिक शाला तुरकगुराड़ा में खेल स्पर्धा कराया गया
बुरहानपुर। संत शिरोमणि सेवालाल महाराजजी के 285वीं जयंती पर शासकीय माध्यमिक शाला तुरकगुराड़ा में खेल स्पर्धा कराई गई। जिसमें कबड्डी, खो-खो, चेयर रेस, रनिंग लंगडी, रस नींबू रेस आदि खेल स्पर्धा कराया गया। प्रधानपाठक धनराज महाजन और विजय महाजन ने संत सेवालाल महाराजजी के जयंती पर अपने विचार व्यक्त किये। संजय राठौड़ ने बताया संत शिरोमणि सेवालाल महाराजजी एक प्रसिद्ध भारतीय संत और समाज सुधारक थे।
सेवालाल महाराजजी ने अपने जीवन को समाज के उत्थान और सेवा में समर्पित किया। उन्होंने अपराधियों और दबंगों के प्रति अपने स्थैत्व को समर्पित किया और गरीबों और प्रतिबद्ध लोगों की सहायता की। संत शिरोमणि सेवालाल महाराज जी के जीवन और कार्य का प्रभाव भारतीय समाज में अद्वितीय रहा है। देवानंद वानखेड़े द्वारा खेल स्पर्धा का संचालन किया गया। इस दौरान धनराज महाजन, देवानंद वानखेडे, प्रतिभा महाजन, विजय महाजन, सुभाष चौहान, विट्ठल चौधरी, कैलाश राठौड़, मोहन सिंह चौहान आदि उपस्थित थे।