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समीक्षा बैठक में अधूरी जानकारी लेकर पहुंचे थे, 3.50 करोड़ के कामों की जांच होगी
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विधायक ने रखी थी समीक्षा बैठक अधूरी जानकारी लाने पर कर दी थी निरस्त
बुरहानपुर। नेपानगर विधायक मंजू दादू ने बुधवार को नेपानगर स्थित वीआईपी रेस्ट हाउस में नेपानगर नगर पालिका के अफसर, कर्मचारियों की बैठक ली थी, लेकिन इस दौरान अफसर, इंजीनियर यहां निर्धारित प्रारूप जानकारी नहीं लाए थे तब विधायक ने नाराजगी जताते हुए कहा था कि क्या इस तरह कामों की समीक्षा होती है। उन्होंने बैठक निरस्त कर दी थी। वहीं देर शाम सीएमओ धीरेंद्र सिंह सिकरवार ने एक पत्र जारी किया जिसमें अफसरों को चेताया गया कि अगली बैठक में पूरी जानकारी लेकर पहुंचे नहीं तो कार्रवाई होगी।
दरअसल बुधवार दोपहर 3 बजे से बैठक रखी गई थी। नेपानगर विधायक मंजू दादू ने नगर पालिका के नए, पुराने कामों की जानकारी ली। साथ ही हिदायत दी थी कि व्यवस्थित तरीके से काम करें। जितने भी काम अधूरे हैं उन्हें पूरा कराया जाए। साथ ही कहा बिना टेंडर के काम न कराएं। पहले जितने काम बिना टेंडर के हुए हैं उसकी जांच करने के लिए कहा।
3.50 करोड़ का भुगतान जांच के दायरे में
बताया जा रहा है कि नेपानगर नगर पालिका में कईं काम बिना टेंडर के हुए हैं। करीब 3.50 करोड़ की राशि के काम जांच के दायरे में आने की बात सामने आई है। इसे लेकर कहा जा रहा है कि उसके बिल, वाउचर आदि में संदेह है, लेकिन भुगतान कर दिया गया है। यही वजह है कि विधायक यहां समीक्षा बैठक करने पहुंची थी, लेकिन नपा अफसरों ने उन्हें गुमराह कर दिया। तब विधायक खासी नाराज हुई और बैठक स्थगित कर दी। अब नपा अफसर फिर से जानकारी जुटाने में लगे हुए हैं।
सीएमओ ने यह जारी किया पत्र
बैठक के कुछ देर बाद ही बुधवार शाम नेपानगर नगर पालिका सीएमओ धीरेद्र सिंह सिकरवार ने एक पत्र जारी किया जिसमें कहा गया कि विधायक द्वारा बैठक रखी गई थी, लेकिन उपयंत्री प्रकाश बड़वाहे, विजयसिंह कुश्वाह, राजू गणेश कामले, सुनील वाणी द्वारा निर्धारित फार्मेट में जानकारी नहीं दी गई। इसलिए सभी को नोटिस जारी कर कहा गया कि आपकी विकास कार्यों के प्रति लापरवाही और उदासीनता से विकास कार्य प्रभावित होने के आरोप लग रहे है। इसलिए निर्धारित फार्मेट में जानकारी तैयार करें। इसके लिए बाकायदा एक फार्मेट भी दिया गया है।
यह दी गई चेतावनी
पत्र में कहा गया कि जानकारी प्रस्तुत न करने की दशा में स्थायी कर्मचारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाएगा तो वहीं अस्थायी कर्मचारी की सेवा समाप्ति की जाएगी।