-
नेपानगर में उपयंत्रियों पर हावी हो रहे ठेकेदार
-
मना करने के बाद भी विभागीय नस्ती साथ ले गया ठेकेदार
बुरहानपुर। नगर पालिका परिषद नेपानगर में ठेकेदारों को संरक्षण देना अब विभागीय अफसर, कर्मचारियों की गले की हड्डी बन गया है। ठेकेदारी में कुछ कर्मचारियों से पार्टनरशिप होने की चर्चाएं पहले से ही गर्म है तो वहीं अब ठेकेदार कर्मचारियों पर हावी भी हो रहे है। ताजा मामला उपयंत्री और एक ठेकेदार के बीच हुए विवाद का है जिसमें एक ठेकेदार ने न सिर्फ उपयंत्री को धमकाया, बल्कि विभागीय नस्ती भी अपने साथ ले गया। इसकी शिकायत नेपा थाने में की गई है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
दरअसल पुलिस को की गई शिकायत में उपयंत्री प्रकाश बड़वाहे ने कहा 19 मार्च को ठेकेदार आशीष दीक्षित बुरहानपुर द्वारा कार्यालय में आकर अनियमित कार्य करने के लिए बाधित किया गया। कार्य की नस्ती कार्यालय से छीनकर अपने घर ले गए। विरोध करने पर गाली गलौच कर अपशब्द कहे गए। शासकीय कर्मचारी, अधिकारी से दादागिरी की गई। शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाई गई। कार्रवाई की जाए। इधर मामले में नेपा थाना प्रभारी ज्ञानू जायसवाल का कहना है कि उपयंत्री ने शिकायत की है उसकी जांच की जा रही है।
ठेकेदारों के साथ सांठगांठ की चर्चाएं
नगर पालिका में कुछ कर्मचारियों की ठेकेदार से सांठगांठ बताई जाती है। कहा जा रहा है कि 4 करोड़ के नाले के मामल में भी कुछ कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध है। इसकी जांच होना चाहिए। लगातार ठेकेदारों को संरक्षण देने और उनके हित में काम करने का नतीजा यह रहा कि अब कार्यालय में विवाद की स्थिति भी बन रही है।
सीसीटीवी आया सामने, काफी देर तक होता रहा विवाद
नपा कार्यालय में हुए विवाद का सीसीटीवी फुटेज सामने आया जो वायरल भी हुआ। इसमें ठेकेदार और एक उपयंत्री के बीच काफी देर तक बहसबाजी होती रही। इसके बाद ठेकेदार ऑफिस से बाहर की ओर जाता हुआ नजर आया।
और इधर…….।
सीएमओ ने 3 उपयंत्रियों का 3 दिन का वेतन काटा
– सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों में बरती लापरवाही
नेपानगर नगर पालिका के तीन इंजीनियरों ने सीएम हेल्प लाइन के प्रकरणों को गंभीरता से नहीं लिया। इसके बाद प्रभारी सीएमओ धीरेंद्र सिकरवार ने तीन उपयंत्रियों का तीन दिन का वेतन काट दिए। इसके आदेश भी 27 मार्च को ही जारी कर दिए गए। आदेश में प्रभारी सीएमओ ने कहा उपयंत्री प्रकाश बड़वाहे, राजू गणेश कामले, विजय सिंह कुश्वाह का 3 दिन का वेतन कटौत्रा किया जाता है, क्योंकि एक व्यक्ति धीरज करोसिया निवासी नेपानगर ने गायत्री मंदिर से लेकर तहसील तिराहे तक बनाई गई सड़क की गुणवत्ता के संबंध में शिकायत की थी। इसकी जानकारी उपयंत्रियों को वाट्सएप पर भी भेजी गई। आवक, जावक से भी दी गई, लकिन शिकायतों पर उचित उत्तर समय सीमा में दर्ज नहीं कराए। शिकायत बिना उत्तर दिए समय सीमा से बाहर हो गई। इसलिए तीन दिन का वेतन काटकर उपयंत्रियों को ताकीद की गई कि अगर दोबारा ऐसा किया गया तो सख्ती से कार्रवाई होगी।