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केला उपज के भाव को लेकर शासन-प्रशासन स्तर से भी कोई प्रयास नहीं
बुरहानपुर। केले के भाव निम्नतम स्तर पर जाने से किसान बहुत परेशान हो रहे है। पिछले साल इसी माह में किसानों को केला उपज के डेढ़ हजार रुपये प्रति क्विंटल तक भाव मिले थे। इस साल 300 से 550 रुपये ही भाव मिल पा रहे हैं। इससे किसान परेशान हैं। उनका कहना है इसमें तो फसल की लागत तक नहीं निकल पा रही है। ऐसे में उन्हें तंगहाली झेलना पड़ रही है। उनकी मदद के लिए कोई आगे नहीं आ रहा है। केला उपज के भाव को लेकर शासन-प्रशासन स्तर से भी कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।
किसानों ने बताया कि एक पौधे पर 50 से 80 रुपये खर्चा होता है और वर्तमान में 300 से 550 रुपये प्रति क्विंटल भाव मिल रहा है ।क्षेत्र के किसानों ने एकजुट होकर जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपने की तैयारी की है। डोईफोड़िया के किसान जितेंद्र चौधरी ने बताया कि हालात इतने बुरे हैं कि बताया नहीं जा सकता और खरीदी करने वाले व्यापारियों की मनमानी का आलम यह है कि 1 महीने से किसानों का केला उपज के सिर्फ 300 से 450 रुपए प्रति क्विंटल भाव दिए गए। अन्य किसानों ने बताया परेशानी के ऐसे हालात कभी नहीं बने। किसानों की समस्या की ओर ध्यान देकर शासन-प्रशासन द्वारा केला उपज के भाव और इसकी खरीदी को लेकर जल्द पहल करना चाहिए। नहीं तो केला उत्पादक किसान बर्बाद हो जाएंगे।
मातापुर के किसान प्रकाश चौहान ने बताया कि मेरे खेत के केले की क्वालिटी अच्छी होने की बावजूद 400 रुपए क्विंटल भाव नही मिल रहा है।और व्यापारी केले काटने नही आ रहें है। किसानों ने बताया कि क्षेत्र में मौसम की मार कई वर्षों से किसान झेल रहे है। इस वर्ष फसल अच्छी है तो भाव ठीक ना मिलने से बहुत चिंतित है। किसानों ने कर्ज लेकर फसल लगाई है।