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Thursday, November 14, 2024
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सतियारा और नागझिरी श्मशान घाट 50-50 लाख की लागत से होंगे विकसित

  • विधायक अर्चना चिटनिस ने शहर के प्रमुख श्मशान घाटों का किया निरीक्षण

बुरहानपुर। शहर के श्मशान घाटों की व्यवस्थाओं में सुधार और उनके सौंदर्यीकरण हेतु विधायक एवं पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस ने 50-50 लाख रूपए की सौगात दी। गुरूवार को शहर के प्रमुख श्मशान घाटों का श्रीमती चिटनिस महापौर माधुरी पटेल, भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ.मनोज माने, पूर्व महापौर अतुल पटेल, महंत पुष्कारानंद महाराज, नर्मदानंद गिरी महाराज, भागवाताचार्य हरिकृष्ण मुखियाजी, सुश्री ममता व्यास एवं शैलेश कानूनगो ने जनप्रतिनिधियों, पार्षदों, शहर के प्रमुख नागरिकों, समाजसेवियों एवं स्थानीय गणमान्य नागरिकों के साथ निरीक्षण कर चर्चा की।

श्रीमती चिटनिस ने कहा कि महानगरों की तर्ज पर बुरहानपुर में सूर्यपुत्री मां ताप्ती नदी के तट पर स्थित सतियारा घाट और नागझिरी श्मशान घाट को विकसित किया जाएगा। इसके लिए शासन से जो विकास राशि की आवश्यकता होगी वह लेकर आएंगे। किन्तु इसके संचालन और संधारण हेतु समाज को आगे आकर अपनी भूमिका निभानी होगी। शासन एक बार विकास और सौंदर्यीकरण पर खर्च करता है किन्तु उसका समुचित प्रबंधन और सौंदर्यीकरण को स्थायीत्व देना स्थानीय लोगों की जिम्मेदारी है। भोपाल, इंदौर, पुणे, इटारसी जैसे शहरों में स्थानीय नागरिकों और समाज सेवियों द्वारा संचालन और संधारण समिति बनाकर ऐसे स्थलों को हरा-भरा ही नहीं वरन् शास्त्रोक्त पद्धति से सामाजिक परंपराओं का निर्वहन कर अंतिम क्रिया की जाती है। चूंकि इन स्थानों पर आने वाले परिवारजन दुःखी और अशांत मन से आते है, उन्हें यहां आकर मन को शांति मिले तथा यहां कि गतिविधियों से सांसारिक दुःखों से उबरकर यह परिसर छोड़े, ऐसा हमारा स्थानीय समिति का प्रयास और कार्य होना चाहिए। अपनी एक समिति बनाकर सुचारू संचालन करें, ताकि श्मशान घाट सुविधाजनक बने रहे और यहां आने वाले नागरिकों को परेशानी न हो।
सूर्यपुत्री मां ताप्ती नदी के किनारे अंतिम संस्कार करने का विशेष महत्व
विधायक अर्चना चिटनिस ने कहा कि ताप्ती नदी के किनारे अंतिम संस्कार करने का विशेष महत्व है। ज्ञात रहे बुरहानपुर नगर में सूर्यपुत्री मां ताप्ती तट पर प्रभु राम ने अपने पिता दशरथ महाराज का तर्पण किया और द्वापर युग में ताप्ती तट पर अश्विनी कुमार क्षेत्र में दानवीर कर्ण का अग्नि संस्कार किया गया था, जो श्रीकृष्ण जी ने स्वयं कर्ण जी के उद्धार हेतु ताप्ती तट को सर्वोत्तम स्थान बताकर ताप्ती तट पर दाह संस्कार कराया था।
श्मशान घाटों और परिसरों का करेंगे कायाकल्प
अर्चना चिटनिस ने उपस्थितजनों से चर्चा करते हुए सबकी सलाह लेते हुए शीघ्र संचालन और संधारण समिति गठन का आग्रह किया। अवंछित अतिक्रमण हटाकर प्रकाश और पार्किंग व्यवस्था, मार्ग दूरस्तीकरण, परिसर का विस्तार, पेयजल की व्यवस्था करने के साथ ही सौंदर्यीकरण और बैठक व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया। श्रीमती चिटनिस ने संबंधित अधिकारियों को समिति द्वारा लिए गए निर्णयों के अनुसार स्टीमेंट बनाने के निर्देश दिए।

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