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किसान बोला, छह माह से नहीं मिल रहा पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ, पोर्टल में मृत मान काटा नाम
बुरहानपुर। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि किसानों को सम्मान के बतौर दी जा रही है, लेकिन एक किसान ऐसा है जो इस सम्मान निधि के लिए खुद को अपमानित महसूस कर रहा है। उसे खुद के जिंदा होने का प्रमाण भी देना पड़ रह है, लेकिन इसके बाद भी उसकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। दरअसल यह सब कुछ प्रधानमंत्री सम्मान निधि के पोर्टल पर दर्ज जानकारी के कारण हो रहा है जिसमें नेपानगर क्षेत्र के ग्राम डवालीकला के किसान को मृत दर्शा जा रहा है, लेकिन किसान कह रहा है कि मैं अभी जिंदा हूं। अब इस मामले में अफसरों का कहना है कि अगर कहीं गलती हुई है तो जांच करा उसे दुरूस्त कराया जाएगा।
दरअसल मामल नेपानगर क्षेत्र के ग्राम डवालीकला का है। यहां के एक किसान फूलसिंग का नाम करीब छह माह पहले किसान सम्मान निधि पोर्टल से कट गया। नाम कैसे और क्यों कटा यह जांच का विषय है, लेकिन इसे लेकर किसान खासा परेशान है। उसने पहले नेपानगर तहसील कार्यालय में अर्जी लगाई, लेकिन वहां से कहा गया आपका नाम पोर्टल में नहीं है। उसमें आपको मृत बताया जा रहा है। इसके बाद किसान मंगलवार को जन सुनवाई में पहुंच गया और अपनी पीड़ा बताई।
यह बोला किसान
अपनी शिकायत में किसान फूलसिंग ने कहा मैं ग्राम डवालीकला का कास्तकार हूं। डवाली कला में मेरे नाम से कृषि भूमि है जिसका रकबा 10.33 हेक्टेयर है। कृषि भूमि का मैं स्वयं कब्जेदार हूं। जिस पर मैं कास्तकारी कर अपना व अपने परिवार का भरण पोषण करता हूं। किसान सम्मान निधि का पैसा मेरे जिला सहकारी बैंक खाते में आता था, लेकिन पिछले छह माह से मुझे किसान सम्मान निधि का पैसा नहीं मिल रहा है। पता किया तो पता चला कि पीएम किसान सम्मान निधि पोर्टल आपको रिकार्ड में मृत माना गया है जिसके कारण आपको किसान सम्मान निधि नहीं मिल रही है। मैं जिंदा हूं इसकी जानकारी सभी को मिलकर दे रहा हूं, लेकिन पोर्टल पर जानकारी दुरूस्त नहीं कराई जा रही है। वहीं इस मामले में नेपानगर तहसीलदार जितेंद्र अलावा ने कहा नायब तहसीलदार स्तर का मामला है। उनसे कहकर समस्या का निराकरण कराया जाएगा।