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पन्नी बीनने वाली महिला ने सांसद से की थी निंबोला पुलिस द्वारा मारपीट किए जाने की शिकायत
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पुलिस उप महानिरीक्षक ने एसपी स्तर की अधिकारी को जांच के लिए किया नियुक्त
बुरहानपुर। चोरी की शंका के मामले में पूछताछ के लिए निंबोला थाने लाई गई करीब सात आठ महिलाओं में से एक महिला ने पुलिस पर मारपीट का गंभीर आरोप लगाया। इसके बाद सांसद ने आईजी से संपर्क कर जब स्थिति से अवगत कराया तो खरगोन डीआईजी ने मामले में एसपी स्तर की एक अधिकारी को जांच के लिए अधिकृत कर दिया है। उन्होंने जांच भी शुरू कर दी है। अब सारी स्थिति जांच के बाद स्पष्ट होगी।
गौरतलब है कि पन्नी बिनने वाली एक महिला ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाते हुए रविवार को सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल को इसकी शिकायत की थी। सांसद ने इस मामले में आईजी से फोन पर बात की। जिसके बार डीआईजी खरगोन ने एसपी स्तर की अधिकारी डीएसपी अजाक वर्षा सोलंकी को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। उन्होंने थाने पहुंचकर जांच भी कर ली।
इधर सोमवार शाम कुछ महिलाएं और पुरूष एसपी कार्यालय पहुंचे। जहां एसपी ने उन्हें समझाईश दी कि वरिष्ठ अफसरों ने जांच अधिकारी नियुक्त किया है। भरोसा रखें, निष्पक्षता से जांच होगी। सीसीटीवी कैमरे भी थाने में लगे हैं। लोगों ने कहा सर अगर उसमें छेड़छाड़ हो गई तो। एसपी ने कहा पहले तो ऐसा होगा नहीं, लेकिन ऐसा होता भी है तो पता चल जाएगा। आप लो निश्चिंत रहें। निष्पक्षता से मामले की जांच होगी। इसके बाद लोग वहां से लौटे।
थाने में जबरन महिला की पिटाई शर्मनाक -खंडेलवाल
निंबोला थाना में एक गरीब महिला की बेरहमी से पिटाई करने के मामले पर जिला कांग्रेस प्रवक्ता निखिल खंडेलवाल ने कहा कि यह सरकार और पुलिस का असली चेहरा उजागर करता है। जिले में दोनों विधायक महिला, कलेक्टर महिला, जिला पंचायत सीईओ महिला, महापौर भी महिला हो उस जिले में एक महिला की जबरन थाने में पिटाई होना शर्मनाक है। एक तरफ तो जिले में जुआ, सट्टा एवं अवैध शराब का धंधा फल फूल रहा है, महिलाओं एवं बालिकाओं के ऊपर अत्याचार के मामले बढ़ते जा रहे हैं, जिसे रोकने में पुलिस नाकाम साबित हो रही है। थाने में महिला की बेरहमी से पिटाई करना और भी शर्मनाक है। दोषी पुलिस वालों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं होती तो कांग्रेस पार्टी आने वाले दिनों में पुलिस की गुंडागर्दी को लेकर विधानसभा से लेकर सड़क तक आंदोलन करेगी।
शिकायत कर महिला ने कहा था पुलिस ने मारपीट की
रविवार दोपहर सांसद कार्यालय में निंबोला क्षेत्र से करीब 20 से ज्यादा महिलाएं पहुंची। इसमें से एक महिला ने सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल को शिकायत की कि उसके साथ एक महिला पुलिसकर्मी ने मारपीट की है। महिलाओं ने कहा आठ महिलाए कबाड़ चुनने के लिए रईपुरा के पास गई थी तभी पुलिस उन्हें उठाकर थाने ले गई, मारपीट की। तब सांसद ने आईजी इंदौर से बात की। वहीं मामले में निंबोला थाना प्रभारी राहुल कामले का कहना था कि किसी तरह की मारपीट नहीं की गई है। महिला के आरोप झूठे हैं।
वर्जन-
पुलिस उप महानिरीक्षक ने जांच अधिकारी नियुक्त किया है
– निंबोला थाने के तहत एक घर में घुसकर चोरी हुई थी उस चोरी के मामले में विवेचना के दौरान जो संदिग्ध महिलाएं हैं उनके द्वारा मारपीट के आरोप लगाए गए। उन्होंने गंभीर आरोप लगाए हैं। इस मामले में पुलिस उप महानिरीक्षक खरगोन ने पुलिस अधीक्षक स्तर की अधिकारी वर्षा सोलंकी को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। वह जांच भी कर रही हैं। घटना के संबंध में जो भी तथ्य एकत्रित किए जाएंगे उसके आधार पर जांच सुनिश्चित की जाएगी।
– देवेंद्र पाटीदार, एसपी बुरहानपुर