बुरहानपुर। शुक्रवार को एक दर्दनाक घटना में जनजातीय विभाग में कार्यरत प्यून बबन शैलके की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। यह हादसा गोवा एक्सप्रेस ट्रेन से टकराने के कारण हुआ। शव को जिला अस्पताल के मॉर्चुरी में रखवाया गया और शनिवार सुबह पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया।
गौरतलब है कि अर्जुन नगर निवासी बबन शैलके जनजातीय विभाग में भृत्य (प्यून) के पद पर कार्यरत थे। उनका तबादला जनजातीय छात्रावास बहादरपुर में हुआ था, लेकिन वे कार्यालय में ही कार्यरत थे। शुक्रवार को विभागीय प्रभारी सहायक आयुक्त स्वर्णा खर्चे ने उन्हें बहादरपुर में कार्यभार संभालने को कहा। इसके कुछ समय बाद ही यह हादसा हुआ। हादसा गोवा एक्सप्रेस ट्रेन के साथ टकराने के कारण हुआ।
शिनाख्त और पुलिस कार्रवाई
जीआरपी चौकी प्रभारी सुरेश कुशवाह ने बताया कि शुक्रवार शाम तक शव की पहचान नहीं हो सकी थी, इसलिए उसे मॉर्चुरी में रखवाया गया। शनिवार सुबह परिजनों द्वारा मृतक की पहचान की गई। जिला अस्पताल में शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया और शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने बताया कि हादसे के कारणों और घटनाक्रम की गहन जांच जारी है।
परिवार और सहकर्मियों में शोक
बबन शैलके की अचानक हुई मौत से उनके परिवार और सहकर्मियों में शोक की लहर है। परिवार के सदस्यों ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। विभाग के सहकर्मियों का कहना है कि बबन शैलके एक मेहनती कर्मचारी थे, और उनकी मौत से विभाग को गहरा आघात पहुंचा है।
जांच का फोकस
जीआरपी पुलिस हादसे की वजह और घटना के पीछे के संभावित कारणों की जांच कर रही है। क्या यह हादसा था या आत्महत्या का मामला? क्या तबादले को लेकर मानसिक दबाव इस घटना की वजह बना?