बुरहानपुर। नेपानगर की पूर्व विधायक सुमित्रा कास्डेकर ने अपनी मेहनत और रणनीति से महाराष्ट्र के धारणी क्षेत्र में भाजपा की ऐतिहासिक जीत सुनिश्चित की है। भाजपा प्रत्याशी केवलराम काडे की डेढ़ लाख से अधिक मतों की जीत में सुमित्रा कास्डेकर का योगदान महत्वपूर्ण रहा।
महाराष्ट्र चुनाव में अहम भूमिका
भाजपा ने सुमित्रा कास्डेकर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में चुनाव प्रभारी बनाया। जिन 15 क्षेत्रों में भाजपा को आजादी के बाद से कभी बढ़त नहीं मिली थी, वहां कास्डेकर ने अपने नेतृत्व और रणनीति से परिस्थितियों को बदल दिया। कास्डेकर ने कार्यकर्ताओं और मतदाताओं के बीच लाड़ली बहना योजना और कल्याणकारी नीतियों के प्रभाव को प्राथमिकता दी। दूरस्थ आदिवासी समाज जनों के बीच पहुंचकर सघन जनसंपर्क कर मेहनत की तथा परिणाम स्वरूप ऐतिहासिक जीत मेलघाट में भाजपा को मिली है।
कास्डेकर और उनकी टीम की कड़ी मेहनत से भाजपा प्रत्याशी ने डेढ़ लाख वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। इस ऐतिहासिक जीत के बाद क्षेत्र में मतदाताओं और कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर जश्न मनाया। कास्डेकर ने मतदाताओं का आभार व्यक्त करते हुए इसे जनता की जीत और विकास की जीत करार दिया।
सुमित्रा कास्डेकर का योगदान
सुमित्रा कास्डेकर केवल एक नेता ही नहीं, बल्कि त्याग और बलिदान की मिसाल बनकर उभरी हैं। कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा को मजबूती देना और अपने नेतृत्व से पार्टी की जीत सुनिश्चित करना उनके राजनीतिक कौशल और समर्पण का परिचायक है। उनके प्रयासों ने यह साबित किया कि यदि सही दिशा और सोच के साथ मेहनत की जाए, तो असंभव भी संभव हो सकता है।