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प्रदर्शन स्थल का साधु-संतों के साथ हिन्दू समाज ने किया पूजन
बुरहानपुर। बांग्लादेश में हिंदू समाज पर हो रहे हिंसक हमलों और धार्मिक स्थलों की बर्बादी के खिलाफ भारतीय हिंदू समाज का आक्रोश सामने आया है। हालिया घटनाओं ने भारत सहित पूरी दुनिया में हिंदू समाज को गहरे आघात पहुंचाया है। सत्ता परिवर्तन के बाद बांग्लादेश में चल रही अराजकता के बीच हिंदू समुदाय, मंदिरों, बौद्ध विहारों और गुरुद्वारों पर लगातार हमले हो रहे हैं।
बांग्लादेश में बढ़ती हिंसा की घटनाएं
जेहादी मानसिकता- बांग्लादेश में मुस्लिम कट्टरपंथी ताकतों के कारण हिंदू समाज पर हमले बढ़े हैं। महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों, किसानों और श्रमिकों को निशाना बनाया जा रहा है। धार्मिक स्थानों पर हमले- मंदिर, बौद्ध विहार और गुरुद्वारे तक सुरक्षित नहीं हैं। इन हमलों ने भारतीय हिंदू समाज को गहरे सदमे में डाल दिया है।
भारत में सीएए की प्रासंगिकता का समर्थन
सीएए का समर्थन- बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों की दुर्दशा को देखते हुए भारत सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) की प्रासंगिकता अब सिद्ध हो रही है। यह अधिनियम हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता प्रदान करने के लिए है। वैश्विक चुनौती- बांग्लादेश में बढ़ते धार्मिक अत्याचार न केवल हिंदू समाज के लिए बल्कि पूरी मानवता के लिए एक गंभीर वैश्विक चुनौती बन गए हैं।
बुरहानपुर में विराट प्रदर्शन का आयोजन
संयोजक विजय पाटिल एवं राजेश कुमार बिडियारे ने बताया कि बांग्लादेशी हिंदू भाई-बहनों को संबल देने और बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाने के लिए बुरहानपुर में सकल हिंदू समाज द्वारा विराट प्रदर्शन का आयोजन किया जा रहा है। यह प्रदर्शन 4 दिसंबर को दोपहर 2 बजे स्टेडियम ग्राउंड पर आयोजित किया जाएगा। प्रदर्शन स्थल का निरीक्षण समाज के कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया। पंडाल, पार्किंग, सभा, सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इस अवसर पर समाज के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले व्यक्ति उपस्थित रहे।