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स्वतंत्रता सेनानी सूची में अनियमितता: स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के दावों की सत्यता की जांच की मांग

  • स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार का सीएम को पत्र

  • झूठे दावों से सरकारी लाभ लेने वालों पर कार्रवाई हो

  • डॉ. गोवर्धन राम गुप्ता का नाम स्वतंत्रता सेनानियों की आधिकारिक सूची में शामिल करने की मांग

बुरहानपुर। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिवारों की ओर से सीएम को लिखे गए एक पत्र में झूठे दावों की जांच और अनुचित लाभ प्राप्त करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। स्वर्गीय डॉ. गोवर्धन राम गुप्ता के परिजनों ने आरोप लगाया है कि सुनील गुजराती द्वारा उनके पिता स्वर्गीय गोपालदास गुजराती को स्वतंत्रता सेनानी घोषित करने का दावा आधारहीन और झूठा है।
परिजन अजय गुप्ता और दिलीपकुमार गुप्ता का कहना है कि सुनील गुजराती के पास इस दावे को सिद्ध करने के लिए कोई ठोस प्रमाण नहीं है और वे झूठे दस्तावेजों के माध्यम से राज्य और केंद्र सरकार को गुमराह कर स्वतंत्रता सेनानी पेंशन और अन्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने आग्रह किया है कि गृह मंत्रालय, राज्य सरकार, और जिलाधिकारी इस मामले की गहन जांच करें और पर्याप्त प्रमाण न होने पर दावेदारों के नाम स्वतंत्रता सेनानी सूची से हटाए जाएं।
अनुचित लाभ की वसूली की मांग
सीएम को लिखे पत्र में यह भी कहा गया है कि जिन व्यक्तियों ने अनुचित तरीके से लाभ प्राप्त किया है, उनसे पेंशन और अन्य लाभ वापस लिए जाएं। विशेष रूप से, सुनील गुजराती और उनके परिवार पर झूठे दस्तावेजों के आधार पर स्वतंत्रता सेनानी सूची में नाम शामिल कराने और अनुचित लाभ प्राप्त करने का आरोप लगाया गया है।
डॉ. गोवर्धन राम गुप्ता के योगदान को मान्यता देने की मांग
डॉ. गोवर्धन राम गुप्ता के परिवार ने उनके स्वतंत्रता संग्राम में योगदान का विस्तार से वर्णन किया। परिवार का कहना है कि डॉ. गुप्ता ने ब्रिटिश खजाने को ले जाने वाली ट्रेन को पटरी से उतारने जैसे साहसिक कार्य किए, जिसके कारण उन्हें काला पानी अंडमान द्वीप में कैद किया गया जहां उन्होंने ब्रिटिश अधिकारियों द्वारा अमानवीय यातनाएं झेली। 1955 में उन्होंने गोवा मुक्ति आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया और रेड क्रॉस सोसायटी के प्रतिनिधि के रूप में प्रदर्शनकारियों की सहायता की। 15 अगस्त 1955 को निहत्थे सत्याग्रहियों पर पुर्तगाली सेना की निर्मम गोलीबारी स्वतंत्रता की लड़ाई में हमारे पिता जैसे व्यक्तियों के बलिदान का प्रमाण है।
स्वतंत्रता सेनानियों की आधिकारिक सूची में शामिल करे
दिलीप कुमार गुप्ता ने कहा पिता के निधन के बाद हमारी मां स्वर्गीय डॉक्टर दमयंती गुप्ता को स्वतंत्रता सेनानी की विधवा के रूप में खंडवा के जिलाधिकारी और भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा मान्यता दी गई। उन्होंने मध्य प्रदेश सरकार द्वारा प्रदान किए गए स्वतंत्रता सेनानी की विधवा पेंशन और भारतीय रेलवे द्वारा जारी निःशुल्क रेलवे पास जैसे लाभ प्राप्त किए। इसलिए हमारे पिता डॉक्टर गोवर्धन राम गुप्ता का नाम बुरहानपुर जिले के स्वतंत्रता सेनानियों की आधिकारिक सूची में शामिल किया जाए
स्वतंत्रता सेनानी सूची की पुन: जांच का अनुरोध
सेनानी के पुत्र अजय और दिलीपकुमार गुप्ता ने यह भी मांग की है कि स्वतंत्रता सेनानी सूची में दर्ज नामों की सख्ती से समीक्षा की जाए ताकि केवल सच्चे और प्रमाणित स्वतंत्रता सेनानियों को ही मान्यता और लाभ मिले।

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