बुरहानपुर। ऑल इज वेल हॉस्पिटल ने चिकित्सा क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल करते हुए गंभीर और असाध्य मामलों में मरीजों को नई जिंदगी प्रदान की है। विशेषज्ञ डॉक्टरों और अत्याधुनिक तकनीकों के साथ, यह अस्पताल मरीजों के लिए उम्मीद का केंद्र बन गया है। यहां हाल ही में किए गए कुछ अद्वितीय और प्रेरणादायक कार्यों से मरीजों को नई जिन्दगी दी गई।
लैप्रोस्कोपिक सर्जरी से राहत
एक 40 वर्षीय महिला, जो मल्टीपल फाइब्रॉइड्स और असफल सर्जरियों से परेशान थी, को डॉ. हर्षिता ने सफल लैप्रोस्कोपिक सर्जरी से दर्द और परेशानी से मुक्त किया। इस मिनिमल्ली इनवेसिव प्रक्रिया ने मरीज को जल्दी स्वस्थ होने का मौका दिया।
70 वर्षीय मरीज को पेसमेकर से नई जिंदगी
डॉ. गगन शर्मा, जो हर माह 20-25 एंजियोप्लास्टी में विशेषज्ञ हैं, ने 70 वर्षीय मरीज की जान बचाई, जिसकी पल्स रेट मात्र 20 प्रति मिनट थी। पेसमेकर की सफल स्थापना ने मरीज को सामान्य जीवन जीने का अवसर प्रदान किया।
जटिल सर्जरी में मिली सफलता
न्यूरोसर्जन डॉ. प्रविण बोर्डे ने 44 वर्षीय मरीज की रीढ़ की गंभीर फ्रैक्चर सर्जरी सफलतापूर्वक की। पहले अन्य अस्पतालों ने मरीज का इलाज करने से इनकार कर दिया था, लेकिन अब वह फिर से चलने-फिरने में सक्षम है। डॉ. रवनिक ने एक असंभव सर्जरी को संभव बनाते हुए 26 वर्षीय युवक के पैर को काटने से बचाया। मरीज अब स्वस्थ और चलने-फिरने में सक्षम है। डॉ. अभिषेक शर्मा ने एक मरीज की गर्दन में जन्मजात सिस्ट को, जो रक्तवाहिकाओं के पास स्थित थी, सफलतापूर्वक हटाया। इस सर्जरी ने मरीज को बड़ी राहत प्रदान की। आनुवांशिकी विशेषज्ञ डॉ. मोनिश गुप्ता ने एक दंपत्ति को उनके गर्भस्थ शिशु में ऑटिज्म जैसी गंभीर बीमारी न होने की खुशखबरी दी। यह जानकारी आधुनिक आनुवांशिक परीक्षण और परामर्श पर आधारित थी।
ऑल इज वेल हॉस्पिटल मरीजों को सर्वोत्तम चिकित्सा सेवाएं देने में समर्पित है। गंभीर से गंभीर मामलों को हल करने की विशेषज्ञता ने इसे चिकित्सा क्षेत्र में अग्रणी बनाया है। मरीजों की जिंदगियों को बेहतर बनाने और उनके स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का यह प्रयास प्रेरणादायक है। ऑल इज वेल हॉस्पिटल न केवल एक चिकित्सा संस्थान है, बल्कि यह विश्वास और उन्नत चिकित्सा सुविधाओं का प्रतीक बन चुका है।