बुरहानपुर। ग्राम उमरदा के मध्यमवर्गीय परिवारों व्दारा बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैक के माध्यम से मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत लिए गए ऋण की राशि माफ किए जाने की मांग की गई है। इसे लेकर बुधवार को किसानों ने जिला प्रशासन के अफसरों और सांसद कार्यालय में भाजपा नेता गजेंद्र पाटिल को ज्ञापन सौंपा।
बैंक ने चेक अनादरित करवाकर कोर्ट में केस लगा दिए
ज्ञापन में किसानों ने कहा- ग्राम उमरदा के किसानों ने मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत बैंक से लोन लिया था जिनमें किसी ने साठ हजार तो किसी ने एक लाख रूपए लोन लिया। ज्यादातर लोगों ने कुछ लोन जमा भी किया है। ऋणियों में से ज्यादातर लोग मजदूरी वर्ग के गरीब लोग हैं। कोराना महामारी के समय मे काम धंधा बंद होने से लोग नियमित रूप से बैंक का कर्जा चुकाने में असमर्थ हो गए थे जिसके कारण कुछ बैक जैसे पंजाब नेशनल बैंकवालों व्दारा ऋणियों के चेक अनादरित करवाकर कोर्ट में केस लगा दिए हैं जबकि योजना जब निकली थी मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा था कि यदि मेरा मजदूर ऋणी कर्ज चुकाने में असमर्थ रहा तो उसका कर्ज शिवराज मामा चुकाएंगे। परन्तु ऐसा नही हो रहा है। बैक व्दारा जो चेक लोगो के बैंक में जमा किए गए थे उनको अनादरित किया जा रहा है।
ऋणियों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं
वर्तमान में ऋणियों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने, आए दिन आंधी, तूफान से फसलों को नुकसान होने के कारण किसान ऋण चुकाने में असमर्थ है। इसलिए लोन माफ किया जाए। लोन के चलते ना तो हम लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना का का लाभ प्राप्त हो रहा है और ना ही मुख्यमंत्री लाडली बहना आवास योजना का लाभ मिल पाएगा। मामाजी से निवेदन है कि या तो हमारा उक्त मुख्यमंत्री आवास योजना का शेष बचा हुआ लोन माफ किया जाय या तो हम लोगो को प्रधानमंत्री आवास योजना एवं मुख्यमंत्री लाडली बहना आवास योजना के तहत पात्रता कि श्रेणी में रखा जावे।
इस दौरान गणेश पाटिल, अनिल सूर्यवंशी, पुरषोत्तम श्यामराव ठाकरे, प्रमोद भागवत, बाडू श्यामराव, मंगलाबाई कांतिलाल, संतोष शिवलाल, विनोद भागवत, संदीप विजय महाजन, कौतिक पांडुरंग, अनिल प्रल्हाद, बाबु जगन्नाथ महाजन, गोविंदा देवराम महाजन सहित अन्य मौजूद रहे।