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डॉ. अंबेडकर सम्मान समारोह में कांग्रेस पर गरजे राज्यसभा सांसद
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भाजपा डॉ. अंबेडकर विचारों को जन-जन तक पहुंचाएगी
बुरहानपुर। जिस संविधान की किताब को लेकर आज कांग्रेस के नेता संसद में घूमते हैं, उसी संविधान के निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर को उसी कांग्रेस ने न सिर्फ चुनाव हरवाया, बल्कि मंत्री पद से इस्तीफा देने पर मजबूर किया था।
यह तीखा हमला राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी ने किया। मौका था बुरहानपुर के राजस्थानी भवन में आयोजित ‘डॉ. अंबेडकर सम्मान समारोह’ का, जिसे भाजपा द्वारा बाबा साहब के सम्मान और उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए आयोजित किया गया। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी ने बाबा साहब को केवल श्रद्धांजलि देने तक सीमित नहीं रखा, बल्कि उन्हें राष्ट्र निर्माता और सामाजिक क्रांति के अग्रदूत के रूप में स्थापित किया है। श्री सोलंकी ने कहा बाबा साहब के जीवन से जुड़े पाँच प्रमुख स्थलों को तीर्थ के रूप में विकसित किया गया।
कांग्रेस के दोहरे मापदंड पर साधा निशाना
डॉ. सोलंकी ने कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहब को सिर्फ एक राजनीतिक मोहरा बनाकर रखा और कभी उनके विचारों को आत्मसात नहीं किया। उन्होंने कहा, कांग्रेस का इतिहास बाबा साहब के विरोध से भरा हुआ है। आज दिखावे के लिए संविधान की बात करने वाले लोग वही हैं, जिन्होंने उन्हें संसद से बाहर करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।
कांग्रेस ने अपनों को तरजीह दी, बाबा साहब को वर्षों तक भूला दिया -पाटिल
सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने कहा कि जब देश के संविधान निर्माता को दशकों तक भारत रत्न न दिया जाए और इंदिरा गांधी, राजीव गांधी को सत्ता में रहते ही यह सम्मान मिल जाए, तो सवाल उठते हैं — क्या कांग्रेस के लिए बाबा साहब सत्ता के समीकरण से ज्यादा कुछ थे? उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत रत्न सम्मान सिर्फ पद नहीं, विचारों और योगदान की सच्ची स्वीकृति है, जिसे कांग्रेस सरकार ने जानबूझकर बाबा साहब से वंचित रखा।
भाजपा ने किया बाबा साहब के सपनों को साकार – चिटनिस
विधायक एवं पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस ने कहा कि बाबा साहब ने संविधान के माध्यम से देश को एक ऐसी व्यवस्था दी, जिसमें समानता, न्याय और स्वतंत्रता जैसे मूल अधिकार हर नागरिक को मिले। उन्होंने कहा,
यह भाजपा ही है, जिसने बाबा साहब के सपनों को जमीनी हकीकत में बदला। वंचित, पिछड़े और शोषित वर्ग के उत्थान के लिए योजनाएं बनाईं और उन्हें मुख्यधारा से जोड़ा। उन्होंने कांग्रेस की नीतियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि संविधान में सबसे अधिक संशोधन कांग्रेस सरकारों ने किए। जब उन्हें अपनी राजनीति खतरे में दिखी, तब उन्होंने संविधान की आत्मा पर भी प्रहार किया — आपातकाल इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।
अभियान के माध्यम से विचारों को घर-घर पहुंचा रही भाजपा –माने
भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. मनोज माने ने कहा कि पार्टी द्वारा चलाया जा रहा डॉ. अंबेडकर सम्मान अभियान न सिर्फ एक कार्यक्रम है, बल्कि यह सामाजिक जागरूकता की मुहिम है।हम बाबा साहब के विचारों को सिर्फ मंच तक सीमित नहीं रख रहे, बल्कि इसे गांव, गलियों और गली-मोहल्लों तक ले जा रहे हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वरोजगार और सामाजिक समरसता के लिए भाजपा की योजनाएं उसी दर्शन का हिस्सा हैं, जो बाबा साहब ने आज से दशकों पहले देखा था। डॉ. माने ने कहा कि भाजपा की नीतियां — चाहे वो प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत, जनधन योजना या अंबेडकर छात्रवृत्ति — सभी बाबा साहब के ‘समावेशी समाज’ की कल्पना को साकार करती हैं।
बाबा साहब का जीवन संघर्ष आने वाली पीढ़ियों के लिए उदाहरण –दादू
नेपानगर विधायक सुश्री मंजू दादू ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बाबा साहब ने जाति, भेदभाव और सामाजिक असमानता के खिलाफ पूरी जिंदगी संघर्ष किया। आज हम जो अधिकारों की बात करते हैं, वह सब उनकी ही देन है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने उनके योगदान को न सिर्फ सम्मानित किया, बल्कि उनके बताए मार्ग पर चलकर नीति निर्माण किया।
कौन-कौन रहे मौजूद
इस गरिमामयी कार्यक्रम में महापौर माधुरी अतुल पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष गंगाराम मार्को, पूर्व महापौर अतुल पटेल, जिला महामंत्री चिंतामन महाजन, सुभान चौहान, अनुसूचित जाति मोर्चा अध्यक्ष ईश्वर चौहान, कैलाश पारीख, सहित भाजपा के वरिष्ठ नेता, कार्यकर्ता, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।