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विजय जैन और मीना जैन पर केस दर्ज, सागरवाड़ी के रहवासी बोले– न्याय चाहिए
बुरहानपुर। सपनों का घर बनाने की चाह में लोगों को जमीन के टुकड़े बेचने वालों ने जमकर ठगी की। लालबाग के पास सागरवाड़ी इलाके में बिना किसी अनुमति और वैध नक्शे के कॉलोनी विकसित कर प्लॉट बेचे गए। नगर निगम की सख्ती और जमीनी जांच के बाद यह बड़ा घोटाला सामने आया है। निगम की रिपोर्ट पर लालबाग थाने में कॉलोनाइजर विजय कुमार जैन और मीना जैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
दरअसल नगर निगम कार्यालय की जांच में पाया गया कि खसरा नंबर 281/7 की भूमि पर बिना लेआउट स्वीकृति और आवश्यक आरक्षण के प्लॉट काटे गए और लोगों को बेचे गए। यह कॉलोनी न तो विधिवत पंजीकृत थी और न ही किसी भी प्रकार की वैधानिक मंजूरी ली गई थी। निगम अधिकारियों ने इसे नगर पालिका अधिनियम 1956 की धारा 292 (ग) और भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(2) बीएनएस का उल्लंघन मानते हुए एफआईआर हेतु अधिकृत किया।
शिकायत पर खुला मामला, वर्षों से चल रही थी अवैध बिक्री
यह पूरा मामला तब खुला जब क्षेत्रीय निवासी राकेश चौकसे ने 2020 में नगर निगम में शिकायत दर्ज करवाई थी। उन्होंने बताया कि कॉलोनाइजर द्वारा प्लॉट बेचकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है। कई खरीददारों को प्लॉट की वैधता की जानकारी दिए बिना ही रजिस्ट्रियों की गईं, जबकि जमीन पर न तो कोई स्वीकृत लेआउट था और न ही निर्माण की मंजूरी।
दस्तावेज मांगने पर कॉलोनाइजर मौन
नगर निगम ने कॉलोनाइजर को अपनी वैधता सिद्ध करने के लिए कई बार अवसर दिए, लेकिन न तो विजय कुमार जैन और न ही मीना जैन कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत कर सके। नतीजतन, निगम ने स्पष्ट रूप से अवैध कॉलोनी घोषित कर पुलिस कार्रवाई के निर्देश दिए। पुलिस द्वारा सहायक यंत्री अशोक पाटील, उपयंत्री सौरभ वर्मा, पार्षद आशिष शुक्ला और शिकायतकर्ता मनीष चौकसे के बयान लिए गए।
अब आगे क्या?
थाना लालबाग पुलिस ने मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है। नगर निगम की यह कार्रवाई जिले में अवैध कॉलोनी माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। साथ ही उन सैकड़ों लोगों की उम्मीदें भी टूटती दिख रही हैं जिन्होंने यहां जीवन भर की कमाई लगा दी। क्या सागरवाड़ी जैसे और भी मामले जिले में दबे हैं? नगर निगम की टीम अब बाकी अवैध कॉलोनियों की सूची तैयार कर रही है। जल्द ही दूसरी बड़ी कार्रवाइयों की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।