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मां की डांट से नाराज़ बालक ने रची अपहरण की मनगढ़ंत कहानी
बुरहानपुर। थाना लालबाग क्षेत्र में शुक्रवार को उस वक्त खलबली मच गई जब एक नाबालिग बालक थाने पहुंचा और खुद के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई। उसने दो अज्ञात व्यक्तियों पर अपहरण का आरोप लगाया। मामला बच्चों की सुरक्षा से जुड़ा था, लिहाज़ा पुलिस तत्काल हरकत में आई। लेकिन 24 घंटे की ताबड़तोड़ जांच और सीसीटीवी फुटेज की परत-दर-परत पड़ताल के बाद जो हकीकत सामने आई, उसने सबको चौंका दिया।
दरअसल जांच में सामने आया कि बालक को उसकी मां ने डांट लगाई थी। इसी से नाराज़ होकर वह घर से निकला और लालबाग थाने पहुंचकर अपहरण की मनगढ़ंत कहानी सुना दी। थाना प्रभारी अमित सिंह जादौन के नेतृत्व में गठित टीम ने मामले को गंभीरता से लिया। एसपी देवेंद्र पाटीदार, एएसपी अंतरसिंह कनेश और सीएसपी गौरव पाटील के मार्गदर्शन में पुलिस टीम ने पहले बालक के बयान की पुष्टि के लिए उसके घरवालों से संपर्क किया। परिजनों को घटना की कोई जानकारी नहीं थी।
घटनास्थल की पड़ताल, फुटेज में नहीं दिखे ‘अपहरणकर्ता’
पुलिस ने बालक द्वारा बताए गए घटनास्थल सिंधीबस्ती चौराहा और सागर टॉवर के आसपास की बारीकी से तफ्तीश की। किसी ने न तो अपहरण देखा और न ही बालक को भागते देखा। जब सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, तो सारा सच सामने आ गया। बालक रेलवे स्टेशन की ओर अकेले जाता दिखा। स्टेशन पर ट्रेन का इंतज़ार करता रहा। फिर डरा-सहमा मंदिर के पास खड़ा दिखा। एक पुलिस जवान को देखकर वह थाने पहुंचा और झूठी कहानी सुना दी।
सभी सुराग जोड़ते ही सुलझ गई गुत्थी
पूरे मामले की पुष्टि खुद बालक ने की। उसने बताया कि वह मां की डांट से आहत होकर घर छोड़कर निकल गया था और बाद में डर के कारण खुद का अपहरण बताया।
पुलिस की कार्रवाई ने रोकी अफवाहें
थाना लालबाग की टीम थाना प्रभारी अमित सिंह जादौन, उनि जयपाल सिंह राठौर, उनि परसराम पटेल, आरक्षक यशवंत तिजारे, नितेश सपकाडे और महेश ने बेहद पेशेवर तरीके से मामले की तह तक पहुंचकर झूठ और सच के बीच की दीवार को तोड़ डाला।