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पहले दिन मची पेट्रोल डीजल की आपाधापी प्रशासन के हस्तक्षेप से थमी- सड़कों पर वाहन चालकों का उग्र रूप
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इंदौर के मांगलिया डीपो से 15 टैंकर पेट्रोल-डीजल बुरहानपुर पहुंचा, पुलिस के साए में वितरण
बुरहानपुर। वाहन चालक, परिचालकों की हड़ताल का असर आमजन पर सीधे तौर पर पड़ रहा है। पहले दिन पेट्रोल, डीजल के लिए सबसे अधिक आपाधापी मची थी, लेकिन प्रशासन ने इंदौर के मांगलिया डीपो से 15 टैंडर पेट्रोल, डीजल बुलवाया। इसके बाद यह किल्लत खत्म हो गई। वहीं आंदोलन अब उग्र रूप ले रहा है। इंदौर इच्छापुर हाईवे पर वाहन चालकों ने ट्रकों को रोककर वाहन चालक को चप्पल जूते की माला पहनाने का प्रयास किया, हालांकि माला नहीं पहना सके। इससे पहले सुबह के समय बहादरपुर रोड पर भी ऐसा ही कुछ हुआ, लेकिन वाहन चालक ने तर्क दिए तो उन्हें जाने दिया गया। कुछ वाहनों की हवा निकाल दी गई। ऐसे में बाहर से आने वाले यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
गौरतलब है कि हिट एंड रन कानून का चौतरफा विरोध हो रहा है। बुरहानपुर जिले में इसका सबसे ज्यादा विरोध हो रहा है। प्रशासन की पहले पर इंदौर के मांगलिया से पेट्रोल डीजल मंगवाया गया। मंगलवार सुबह 15 टैंकर इंदौर से खंडवा के लिए रवाना हुए। दोपहर में यह वाहन बुरहानपुर पहुंचे तो पुलिसकर्मी और वाहन चालकों को स्वागत किया गया। एक एसआई और एक-चार की गार्ड के साथ पेट्रोल, डीजल बुरहानपुर पहुंचा। पेट्रोल पंपों पर पुलिस भी तैनात रही।
करीब ढाई लाख लीटर पेट्रोल, 50 हजार लीटर डीजल बुरहानपुर लाया गया।
जो वाहन चालक वाहन चलाते दिखे उन्हें जूते, चप्पलों की माला पहचाने की कोशिश
मंगलवार सुबह से वाहन चालक सड़कों पर ऐसे वाहनों को ढूंढने निकले जो आंदोलन में शामिल नहीं थे। बहादरपुर रोड पर वाहन चालकों ने ऐपे, ऑटो वाहनों को रोककर चालकों को जूते, चप्पल की माला पहनाने की कोशिश की, हालांकि माला पहनाई नहीं गई। वाहन चालकों ने कुछ न कुछ तर्क दिए तब उन्हें जाने दिया गया। कुछ से निवेदन किया गया तो कुछ के वाहनों की हवा भी निकाली गई। सुबह से ही एक चार पहिया वाहन में यूनियन आदि के पदाधिकार सवार होकर शहर में घूमे। हड़ताल के कारण आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
दोपहर में इंदौर इच्छापुर हाईवे पर एक ट्रक चालक को विरोध दर्ज करा रहे वाहन चालक ने वाहन पर चढ़कर चालक को जबरदस्ती गले में जूते, चप्पल, झाडू की माला पहनाने की कोशिश की। हालांकि वाहन चालक ने माला नहीं पहनी। वहीं ट्रक रूकने पर एक व्यक्ति उसके सामने लेट गया। बाद में पुलिस के सामने अन्य वाहन चालकों ने कहा कि कोई अब ऐसा नहीं करेगा।
वर्जन-
विरोध शांतिपूर्ण ढंग से किया जाए
– पहले ही वाहन चालकों से चर्चा कर यह बात बता दी गई थी कि विरोध शांतिपूर्ण ढंग से हो। किसी भी आवश्यक सेवा के वाहन को बेवजह न रोका जाए। अगर किसी को इस तरह रोका जाता है तो कार्रवाई की जाएगी। विरोध कानून के खिलाफ न हो। विरोध का तरीका शांतिपूर्ण होना चाहिए।
-भव्या मित्तल, कलेक्टर