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अब ताप्ती नदी 19 नालों के पानी से नहीं होगी दूषित
बुरहानपुर। पूर्व मंत्री, विधायक अर्चना चिटनिस के प्रयासों से नगर निगम की अमृत 2.0 योजना के तहत सीवरेज योजना को स्वीकृति मिल गई है। शासन ने 110.52 करोड़ रूपए की स्वीकृति जारी की है। शहर के ताप्ती नदी में मिलने वाले 19 नालों के पानी का उपचार भी किया जाएगा। जिससे ताप्ती नदी दूषित नहीं होगी। यह कार्य अमृत 1.0 में स्वीकृत सीवरेज के कार्य के साथ ही किया जाना था किन्तु तत्समय इसे नहीं किया गया जिसके कारण नदी का प्रदूषण जारी है। अमृत 2.0 में भी सीवरेज योजना का कार्य में इसे सम्मिलित नहीं किया गया था। अमृत 2.0 के लिए एसएलटीसी द्वारा 85 करोड़ की स्वीकृति भी दे दी गई थी। सीवरेज योजना का कार्य पूर्ण होने के बाद भी 19 नालों का दूषित पानी ताप्ती नदी में जाता, क्योंकि सीवरेज योजना की स्वीकृति के बाद इस योजना में हमें कोई भी स्वीकृति प्राप्त नहीं हो सकती थी। इस समस्या के निराकरण के लिए प्रयास कर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, नगरीय विकास व आवास, संसदीय कार्य विभाग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय सहित संबंधित उच्चाधिकारियों से मुलाकात की गई थी।
बुरहानपुर सीवरेज योजना की डीपीआर की कुल लागत 110.52 करोड़ रुपए थी। बुरहानपुर सीवरेज योजना के लिए शासन द्वारा स्वीकृत लागत 85 करोड़ रुपए थी इसलिए टेंडर दस्तावेज दो भागों 85 करोड़, 25.52 करोड़ रूपए का जारी किया गया। चिटनिस ने कहा कि पूर्व महापौर अतुल पटेल के अनुभव व भौगोलिक समझ का भी कंसल्टेंट एजेंसी को योजना का प्रारूप बनाने में महती सहभागिता रही।
विधायक अर्चना चिटनिस ने बताया कि इंटरसेप्शन व डायवर्सन के संबंध में बुरहानपुर शहर की सीवरेज परियोजना तीनों चरण की कार्ययोजना की लागत लगभग 155 करोड़ रूपए की थी। अमृत योजनांतर्गत बुरहानपुर नगर निगम क्षेत्र में सीवरेज नेटवर्क डालने हेतु एक चरण की कार्ययोजना लगभग 83 करोड़ रूपए की स्वीकृति दी गई, इससे 17 वार्ड पूर्ण रूप से एवं 17 वार्ड में आंशिक रूप से सीवरेज नेटवर्क डाला गया है। उक्त स्वीकृत कार्ययोजना का क्रियान्वयन किया जाकर कार्य पूर्णता की ओर है।