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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री का भाजपा ने जलाया पुतला
बुरहानपुर। गुरुवार शाम को कमल चौराहा पर भाजपा के पिछड़ा वर्ग मोर्चा के पदाधिकारियों ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पुतला जलाया। इस दौरान भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के पदाधिकारियों ने पश्चिम बंगाल में पिछड़ा जाति वर्ग की सूची में घुसपैठी बांग्लादेशी रोहिंग्या मुस्लिमों को जोड़े रखने और सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना का विरोध किया।
भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. मनोज माने ने कहा- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राजनीतिक लाभ पाने और सरकार में बने रहने के लिए बांग्लादेश से आए साढ़े पांच लाख रोहिंग्या मुस्लिमों को पिछड़ा वर्ग की सूची में शामिल कर लिया था। जिसे असंवैधानिक बताकर सुप्रीम कोर्ट ने उन सभी रोहिंग्या मुस्लिमों के पिछड़ा वर्ग के प्रमाण पत्रों को निरस्त कर दिया है। कोर्ट ने भी माना है कि यह एक राजनीतिक लाभ पाने और सरकार में बने रहने के लिए षडयंत्र किया गया था।
पिछड़ा वर्ग मोर्चा जिलाध्यक्ष सुनिल वाघे ने कहा- पश्चिम बंगाल में वर्ष 2010 से 2024 तक करीब 42 जातियों के 5 लाख लोगों को पिछड़ा जाति का प्रमाण पत्र दिया गया था। जबकि यह 42 जातियां पिछड़ा वर्ग में आती ही नहीं है। मनमानी कर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन लोगों को पिछड़ा वर्ग के आरक्षण पर सरकारी नौकरियां भी दिलवाई। जिन्हें उन्होंने अपना वोट बैंक के रूप में अपने पक्ष में किया है। जो कि असंवैधानिक है।
कांग्रेस और इंडिया गठबंधन पिछड़ा वर्ग का अधिकार छिन रही
विधायक अर्चना चिटनीस ने कहा- मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कर रही हैं कि वह सुप्रीम कोर्ट के आदेश को नहीं मानती हैं। एक ओर कांग्रेस और इंडिया गठबंधन भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं कि हम संविधान को खत्म करना चाह रहे है। जबकि कांग्रेस और इंडिया गठबंधन पिछड़ा वर्ग के हक को छिनने का प्रयास कर रही हैं। हम अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग के साथ अन्याय को नहीं सहेंगे।
इस दौरान महामंत्री चिंतामन महाजन, सुभान सिंह चौहान, मंडल अध्यक्ष रूद्रेश्वर एंडोले, अक्षय मोरे, बलराज नावानी, नरहरी दीक्षित, प्रदीप पाटिल, वीरेंद्र तिवारी, अरुण पाटिल, प्रभाकर महाजन, संभाजी सगरे, समर्थ चिटनीस, रत्ना बारी, संगीता पगारे, जिला सह मीडिया प्रभारी राकेश पूर्वे सहित अन्य मौजूद रहे। कार्यक्रम को महामंत्री चिंतामन महाजन, सुभान सिंह चौहान ने भी संबोधित किया।