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टीचिंग स्टाफ और प्रबंधन के लोगों के बीच हुआ जमकर विवाद, बाद में हुआ समझौता
बुरहानपुर। हमेशा की तरह यूनानी तिब्बिया कॉलेज इस बार भी विवादों में है। लंबे समय से वेतन भुगतान को लेकर स्टाफ परेशान है, लेकिन प्रबंधन का इस ओर ध्यान नहीं है। सोमवार रात अनदेखी के चलते मामला तूल पकड़ गया और नौबत मारपीट तक जा पहुंची।
दरअसल यूनानी तिब्बिया कॉलेज सोमवार रात अखाड़े में तब्दील हो गया। कॉलेज प्रबंधन, टीचिंग स्टाफ के बीच जमकर विवाद हुआ। टीचिंग स्टाफ के एक सदस्य और निजी अस्पताल प्रबंधक के साथ आपस में झूमाझटकी, मारपीट हुई।
दरअसल यह पूरा विवाद तीन माह से वेतन की मांग को लेकर हड़ताल पर बैठे टीचिंग स्टाफ और प्रबंधन के बीच हुआ। हड़ताल के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित होने से विद्यार्थियों ने हंगामा किया तो वहीं टीचिंग स्टाफ भी मैदान में उतर आया। कॉलेज प्रबंधन के ऑफिस पहुंचकर नारेबाजी कर विरोध किया। कुछ देर में ही मामला बढ़ता गया। पहले बहस फिर झूमाझटकी और बाद में मामला मारपीट तक जा पहुँचा। टीचिंग स्टाफ ने कॉलेज के अस्पताल प्रबंधक के साथ झूमाझटकी की। मामला बढ़ता देखकर प्रबंधन के पदाधिकारियों ने समझाइश देकर मामला शांत कराया। इस दौरान विद्यार्थियों द्वारा नारेबाजी भी की गई। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची।
3 माह से स्ट्राइक पर बैठा स्टाफ
इसे लेकर टीचिंग फैकल्टी के फरीद काजी ने कहा पिछले तीन माह से टीचिंग स्टाफ स्ट्राइक पर बैठा है। 4 साल से वेतन नियमित करने की मांग को लेकर आवेदन देते रहे। एडमिशन होंगे। फीस आएगी फिर सैलरी देंगे ऐसा ही कहते हैं। वहीं मामले में कॉलेज प्रबंधन के सचिव लालू सेठ ने कहा- पिछली बार भी उन्होंने सैलरी बढ़वाई थी। हमारे पास बजट ही नहीं है। हमारे प्रबंधन के लोग एक रूपए भी घर नहीं ले जाते। सारा रिकार्ड मौजूद है। कभी भी चेक किया जा सकता है।