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सुबह से बड़ी प्रतिमाओं का हतनूर पुल पर विसर्जन का सिलसिला शुरू हुआ, देर रात तक जारी रहा
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बाजार में पहुंची प्रतिमाओं को निहारने पहुंचे लोग, रहा उत्साह का माहौल, प्रशासन ने की पुख्ता व्यवस्था
बुरहानपुर। गणेशोत्सव के समापन अवसर पर जिले में दो दिनों तक गणेश जी की मूर्तियों का विसर्जन किया गया। दूसरे दिन बड़ी प्रतिमाएं शहरभर के विभिन्न क्षेत्रों से निकलकर हतनूर पुल पहुंची। लोगों में खासा उत्साह देखा गया। प्रतिमाएं बाजार पहुंची तो लोग निहारने के लिए पहुंचे। युवाओं ने कईं करतब दिखाए। अखाड़ा प्रदर्शन भी किया गया।
वैसे तो शहर में गुरूवार दोपहर से ही गणेशजी की प्रतिमाओं के विसर्जन का दौर शुरू हो गया था, लेकिन यह दूसरे दिन देर रात तक भी जारी रहा। एक दिन पहले शहर में घरों में विराजित छोटी प्रतिमाओं का विसर्जन ताप्ती नदी के राजघाट, पीपल घाट आदि पर किया गया था तो वहीं दूसरे दिन सुबह से हतनूर पुल पर विसर्जन करने का सिलसिला शुरू हुआ।
युवाओं ने किया अखाड़ा प्रदर्शन, जिलाध्यक्ष ने किया स्वागत
शहर में चल समारोह के माध्यम से युवा नाचते, लेझिम खेलते हुए और करतब दिखाते हुए निकले। अखाड़ा प्रदर्शन भी किया। भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज लधवे ने अखाड़ा प्रदर्शन कर रहे युवाओं का फूल माला पहनाकर स्वागत किया। गौरतलब है कि जिले में करीब 500 से अधिक स्थानों पर छोटी बड़ी प्रतिमाएं स्थापित की गई थी। प्रशासन ने पुख्ता तैयारी की थी। करीब 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरे चप्पे-चप्पे पर व्यवस्था पर नजर रख रहे थे। भारी संख्या में पुलिस जवानों की ड्यूटी भी लगाई गई। राजस्व, बिजली कंपनी की टीम को भी व्यवस्था में लगाया गया था।
कईं क्षेत्रों में बिजली गुल रही
प्रतिमाओं की उंचाई अधिक होने के कारण कुछ क्षेत्रों से प्रतिमाएं निकालने में परेशानी भी आई। हालाँकि विसर्जन शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ, लेकिन इस दौरान शहर के कईं हिस्सों में बिजली सप्लाई बंद रखना पड़ा ताकि किसी प्रकार की समस्या न आए। प्रतिमाएं निकलने के बाद बिजली लाइन चालू की गई।
जिले में ऐसे चला प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला-
– लालबाग क्षेत्र की प्रतिमाएं सिंधी बस्ती, संयुक्त कार्यालय, रेणुका मंदिर होते हुए सीधे हतनूर पूल पहुंची। गणपति नाका क्षेत्र की बड़ी प्रतिमाएं सुभाष चौक, गांधी चौक, कमल चौक, शिवकुमार प्रतिमा, जय स्तंभ, शनवारा, सिंधी बस्ती चौराहा, संयुक्त कार्यालय, रेणुका रोड होते हुए हतनूर पुल पहुंची। कोतवाली क्षेत्र की बड़ी प्रतिमाएं भी कमल चौक, शिवकुमार प्रतिमा, जय स्तंभ, शनवारा, सिंधी बस्ती चौराहा, संयुक्त कार्यालय होते हुए रेणुका रोड के रास्ते हतनूर पुल पहुंची। वहीं शिकारपुरा क्षेत्र की बड़ी प्रतिमाएं पांडुमल चौक, कमल चौक, शिवकुमार प्रतिमा, जयस्तंभ, शनवारा गेट, सिंधी बस्ती चौराहा, संयुक्त कार्यालय से होकर रेणुका मंदिर के रास्ते होते हुए हतनूर पुल पहुंची।
ताप्ती प्रभात संघ ने 100 से ज्यादा मूर्तियों को पुनः मां ताप्ती में किया विसर्जित
ताप्ती प्रभात संघ द्वारा प्रतिवर्षानुसार अनंत चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन के बाद जो गणेशजी घाट पर ही रह जाते है लोगो के पैरो में लगते है श्रद्धालु बड़े श्रद्धा से दस दिन पूजा पाठ के बाद गणेशजी का विसर्जन मां ताप्ती में करते है। ताप्ती प्रभात संघ के सदस्यो द्वारा व्यवस्थित श्रद्धा के साथ 100 से ज्यादा मूर्तियों को पुनः मां ताप्ती की अविरल धारा में विसर्जित किया गया। इस दौरान चंद्रभूषण पुनीवाला, दीपक शाह, शिरीष पटेल, सुदेश पटेल, परेश लहुरकर, मुरली भाई, सोनू सुगंधी, देवेंद्र महाजन, सचिन पूनीवाला, दर्शन पटेल, प्रफुल्ल कापड़िया, अजय बालापुरकर एवम् ताप्ती प्रभात संघ के सभी सदस्य उपस्थित थे ।