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अब तक 5 कुत्तों, एक बकरी को बना चुका शिकार, वन कटाई और पानी नहीं होने के कारण वन्यप्राणियों की फजीहत
बुरहानपुर। जिले में पिछले कुछ सालों में बड़े पैमाने पर वन कटाई हुई थी। इसके कारण नेपानगर, नावरा का काफी जंगल तबाह हो गया था। करीब सालभर पहले जिला प्रशासन, पुलिस और वन विभाग ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए अतिक्रमणकारियों को खदेड़ा था, लेकिन जो जंगल तबाह हुआ था उसका परिणाम अब सामने आ रहा है। गर्मी में वन्यप्राणी पीने के पानी के लिए इधर उधर भटक रहे हैं। वन विभाग के पास कोई ठोस प्लानिंग तक नहीं है कि वह वन्यप्राणियों के लिए पानी की व्यवस्था करे। ऐसे में वन्यप्राणी जंगलों से भटककर गांवों में घुस रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से एक तेंदुआ पलासुर क्षेत्र में नजर आ रहा है। जिससे ग्रामीण दहशत में हैं।
दरअसल क्षेत्र के ग्राम पलासुर में धार नदी के पास एक तेंदुए की बार बार उपस्थिति नजर आ रही है। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने वन विभाग को की तब यहां वन विभाग ने पिंजरा तो लगा दिया, लेकिन उसमें कोई शिकार नहीं रखा। इसलिए तेंदुआ यहां नजर तो आ रहा है, लेकिन गिरफ्त में नहीं आ रहा है।
ग्रामीणो में दहशत का माहौल, वन विभाग लापरवाह
प्रतिदिन तेंदुआ क्षेत्र में नजर आ रहा है जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों ने बताया तेंदुआ पिछले कुछ दिनों में 5 कुत्ते, एक बकरी को शिकार बना चुका है। लगातार तेंदुआ नजर आने के कारण क्षेत्र के ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। वह दोपहर के समय भी खेत में नहीं जा रहे हैं। रात में भी दो से अधिक की संख्या में घरों से बाहर निकल रहे हैं। तेंदुआ अभी तक 5 से अधिक कुत्ते और एक बकरी को अपना शिकार बना चुका है। ग्रामीणों का कहना है कि एक बार तो वनकर्मियों के सामने ही तेंदुए ने एक कुत्ते पर हमला किया था। वन विभाग की टीम अब तक तेंदुए को नहीं पकड़ पाई है। वहीं विभाग का कहना है प्रयास जारी हैं।
पहले कईं बार किया गया है तेंदुए का रेस्क्यू
इससे पहले भी कईं बार क्षेत्र में तेदुए नजर आते रहे हैं। हालांकि कभी उन्होंने आमजन को नुकसान नहीं पहुंचाया है, लेकिन फिर भी लोग उनकी उपस्थिति से दहशत में रहते हैं। इस बार भी पलासुर के पास धार नदी और इसके ईर्द गिर्द बार बार एक ही लोकेशन पर तेंदुआ दिख रहा है।
वर्जन-
वन्य प्राणी विभाग से मांगी परमिशन
– तेंदुए की उपस्थिति की जानकारी मिलने पर क्षेत्र में पिंजरा लगा दिया गया था। भोपाल वन्य प्राणी विभाग से परमिशन मांगी गई है। परमिशन मिलते ही तेंदुए का रेस्क्यू किया जाएगा।
– पुष्पेंद्र जादौन, रेंजर नावरा