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पीड़ित महिला और परिजनों ने एसपी से लगाई गुहार
बुरहानपुर। जिले के निंबोला थाना में चोरी के शक में पूछताछ के लिए लाई गई एक महिला से कथित तौर पर पुलिसकर्मियों ने बेरहमी से पिटाई की। इस मामले की जाँच के बाद एसपी ने तीन पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया। इसमें दो महिला पुलिसकर्मी और एक एएसआई शामिल हैं। साथ ही, थाना प्रभारी राहुल कांबले को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। हालांकि, पीड़ित महिला और उसके परिजन पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने एसपी कार्यालय में जाकर अपनी नाराजगी जताई।
पीड़ित की आपत्ति और कार्रवाई की मांग
पीड़ित महिला और उनके परिजनों ने इस बात की शिकायत की कि पुलिस ने केवल निचले स्तर के कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की है, जबकि थाना प्रभारी को इस मामले में सीधे जिम्मेदार ठहराना चाहिए। परिजनों की मांग है कि थाना प्रभारी के खिलाफ भी ठोस कार्रवाई की जाए और उसे सजा दी जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके। जैसे ही सांसद ज्ञानेश्वर पाटील को इस मामले की गम्भीरता का पता चला, उन्होंने अपने प्रतिनिधि आदित्य प्रजापति को घटनास्थल पर भेजा। आदित्य प्रजापति ने पीड़ित महिला और उनके परिजनों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि उचित कार्रवाई के लिए भोपाल में पुलिस के आला अधिकारियों से चर्चा की जाएगी।
ग्रामीणों और परिजनों का आक्रोश
ग्रामीणों और परिजनों की तरफ से यह मांग उठाई गई है कि इस मामले में ऐसा दंड दिया जाए जो नजीर बने और भविष्य में कोई भी पुलिसकर्मी किसी महिला के साथ इस तरह की बेरहमी से व्यवहार न करे। उनका कहना है कि यह घटना महिलाओं के अधिकारों का उल्लंघन है और इसके लिए जिम्मेदार पुलिसकर्मियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
घटनाओं से बचने के लिए सख्त कदम जरुरी
यह घटना एक गंभीर मामला है और इसमें कार्रवाई की गति और प्रभावशीलता पर सवाल उठते हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में कैसे आगे बढ़ता है और पुलिसकर्मियों के खिलाफ क्या ठोस कदम उठाए जाते हैं। पीड़ित महिला और उसके परिजनों की मांग है कि इस मामले में न्याय मिले और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।