खकनार। अंचल में बीते दिनों बेमौसम बारिश होने के बाद अब बदली ने किसानों की मुसीबते बढ़ा दी है। मौसम में बदलाव का असर खेतों में भी दिखाई देने लगा है। खेतों में खड़ी चना तुवर की फसलो को इल्लियाँ चट कर रहीं है। किसान दवाईयों का छिड़काव कर फसलों को बचाने का प्रयास कर रहे है।
किसान संजू मावसकर ने बताया कि बेमौसम बारिश के बाद से तीन बार दवाई का छिड़काव होने के बावजूद इलिय्या नष्ट नहीं हो रही है। उल्टा अधिक मात्रा मे जन्म लेकर तुवर के फलियों के अंदर बीज को खोखला करते जा रही है। किसान करीब एक माह से फसलों में इल्लियों की समस्या से जूझ रहे हैं। जबकि तरह तरह की दवाईयां लगातार फसलों पर छिड़काव कर अधिक उत्पादन के चलते मेहनत कर रहे है लेकिन ईल्लिया का प्रकोप मानो ग्रहण की तरह जाने का नाम ही नहीं ले रही है। तुवर चना की फसल में इल्लियां काफी अधिक हैं जो फसल को चट कर रही हैं। किसानों के मुताबिक अधिक तुवर की फसल में इल्लियों का प्रकोप आया है। इन इल्लियों से छुटकारा पाने के लिए किसान तरह तरह के पेस्टिसाइड का उपयोग कर रहे हैं।
बदली से कपास के घेटे फुटना नामुमकिन भाव मे भी गिरावट
करीब दो सप्ताह बीत जाने के बावजूद जैसे तैसे बारिश थम गई लेकिन बदली का कहर जारी है। जिसके होने से कपास के घेटे फूटेगा नहीं। उसके लिये सूरज का निकलना आवश्यक है। वही बदली से कीडे जन्म लेने चलने के कारण चना तुवर फ़सल का उत्पादन कम होने की आशंका है। जिससे किसान काफ़ी चिंतित है।