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घाटों पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात, नावों से ताप्ती नदी में पहुंचकर घरों में विराजित प्रतिमाओं का किया विसर्जन
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प्रशासन की पुख्ता तैयारी, 500 सीसीटीवी कैमरे से रखी जा रही नजर, बड़ी प्रतिमाएं आज भी निकलेगी
बुरहानपुर। 10 दिन तक जिले के करीब 500 से अधिक सार्वजनिक स्थानों पर विराजित रही गणेश जी की प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला गुरूवार दोपहर 2 बजे से शुरू हुआ। दोपहर में ताप्ती नदी के घाटों पर घरों में विराजित प्रतिमाओं को विसर्जित करने के लिए लोग ताप्ती नदी के राजघाट, पीपलघाट सहित अन्य घाटों पर पहुंचे।
ताप्ती नदी में छोटी प्रतिमाओं का विसर्जन करने के लिए लोग नावों से भी नदी के बीच पहुंचे। यहां सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता नजर आई। जगह जगह पुलिस जवान तैनात किए गए। तैराकों को भी अलर्ट रखा गया था, हालांकि बिना किसी व्यवधान शांतिपूर्ण ढंग से छोटी मूर्तियों का विसर्जन किया गया। जबकि बड़ी प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला शाम से शुरू हो चुका है। देर रात भी प्रतिमाएं ताप्ती नदी, हतनूर घाट सहित अन्य स्थानों पर विसर्जन के लिए पहुंचेगी। दूसरे दिन शुक्रवार को भी विसर्जन का सिलसिला चलेगा।
500 से अधिक सीसीटीवी कैमरे, भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
शहर में निकलने वाले चल समारोह को लेकर प्रशासन ने पुख्ता तैयारी की। एक साथ दो त्योहार होने पर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी। 500 सीसीटीवी कैमरे चप्पे चप्पे पर व्यवस्था पर नजर रखे रहे। शहर में कल तक गणेशजी की प्रतिमाओं का विसर्जन होगा।
महापौर, नगर निगम आयुक्त ने किया विसर्जन स्थलों का निरीक्षण
शहर में गणेश विसर्जन को लेकर नगर निगम द्वारा सभी घाटों पर लाईट, साफ सफाई आदि का निरीक्षण निगम महापौर माधुरी अतुल पटेल और निगम आयुक्त संदीप श्रीवास्तव द्वारा किया गया। नगर निगम द्वारा सभी छोटी बड़ी मूर्तियां के लिए कुंड बनाए गए हैं जिसमे महापौर द्वारा आम जनता से इन कुंडो में मूर्ति विसर्जन करने के लिए अनुरोध किया है। महापौर माधुरी अतुल पटेल, आयुक्त संदीप श्रीवास्तव ने घाटों पर तैनात अधिकारी, कर्मचारियों को निगम द्वारा की गई व्यवस्थाएं सुचारू से सपन्न करने के लिए निर्देशित किया। ताप्ती नदी के सभी घाटों का निरीक्षण किया। इस दौरान पार्षद अमित नवलखे, सहायक आयुक्त ज्योति सुनारिया, वैभव देशमुख, कार्यपालन यंत्री प्रेम कुमार साहू, कार्यालय अधीक्षक संदीप तिवारी आदि मौजूद थे।
गणेश गौरव प्रतियोगिता का आयोजन किया
बुरहानपुर। शहर में बड़े धूमधाम के साथ गणेश उत्सव प्रारंभ हो गया है। इसके चलते मां ताप्ती मंडल व्दारा गणेश गौरव प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। इसके बारे में जानकारी देते हुए मंडल अध्यक्ष सरिता भगत ने कहा साल 1893 लोकमान्य तिलक चाहते थे कि गणेश महोत्सव धार्मिक कर्मकांड तक न सीमित रहे, बल्कि इसे समाज को संगठित करने के उद्देश्य से भी मनाया जाए। गरम दल नेता सांस्कृतिक चेतना जगाने और लोगों को एकजुट करने के तर्क के साथ ऐसे आयोजनों के पक्ष में तिलक का साथ लाला लाजपत राय, बिपिन चंद्र पाल, अरबिंदो घोष, राजनारायण बोस और अश्विनीकुमार दत्त जैसे नेताओं ने दिया। इन सबके सहयोग से साल 1893 में तिलक ने गणेश महोत्सव करवाने वाली सबसे पहली मंडली शुरू की इसका नाम था केशवी नाइक चाल सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल। जो आज सम्पूर्ण देश में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा। समिति व्दारा प्रतिमा, मंडल व्दारा समाज को झांकियों के माध्यम से दिया जा रहा संदेश इस तरह के बिन्दुओं के आधार विजेताओ कि घोषणा बुधवार को कर सम्मानित किया। प्रतियोगिता का उद्देश्य आज कि युवा पीढ़ी तक गणेश उत्सव प्रारंभ करने के पीछे जो लोकमान्य तिलक के उद्देश्य थे उनको पहुंचाते हुए सामाजिक समरसता के वातावरण में यह उत्सव जनजागृति के लिए सफल हो ऐसे प्रयास करना है। प्रथम पुरस्कार राधा कृष्ण गणेश मंडल को दिया गया। जिसने उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के रूप में झांकी बनाई। दूसरा पुरस्कार स्वतंत्र गणेश मंडल, तीसरा पुरस्कार जय मां काली गणेश मंडल को दिया गया। इस दौरान अर्चना चितारे, प्रतिक बालाजीवाले, मीनाक्षी महाजन, राजू खेड़कर, आशीष भगत, धर्मेंद्र सोनी, जय गंगराड़े, संजय चौधरी, अरुण महाराज, प्रकाश नाईक, संजय चौकसे आदि उपस्थित थे।