-
निर्दलीय प्रत्याशी हर्षवर्धन ने किया जनसंपर्क, गांवों में युवाओं ने किया स्वागत, महिलाओं ने तिलक लगाकर की आरती
बुरहानपुर। निर्दलीय प्रत्याशी हर्षवर्धन नंदकुमारसिंह चौहान ने सोमवार को ग्रामीण क्षेत्रों में जनसंपर्क किया। इस दौरान महिलाओं ने जहां तिलक लगाकर उनकी आरती की तो वहीं युवाओं ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। जगह जगह जन संपर्क के दौरान हर्षवर्धन को आमजन का समर्थन मिल रहा है।
हर्षवर्धन ने सोमवार को ग्राम भातखेड़ा, नेर, सिरसौदा, आडगांव, चापोरा, बोरसल, मोरझिरा, धामनगांव, मोहद, बंभाड़ा आदि गांवों में जनसंपर्क किया। इस दौरान हर्षवर्धन ने कहा कि यह वह परिवार है जिसे मेरे पिता स्व. नंदकुमारसिंह चौहान ने अपना परिवार माना था। पूरे लोकसभा क्षेत्र को वह अपना एक परिवार मानते थे। यही वह पूरा परिवार है। जब उन्होंने परिवार माना था तो मैं भी इसे परिवार मानूंगा। आपके साथ यह भाई कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहेगा।
बोले-यह युवा साथियों की मेहनत, मेरे पीछे संगठन नहीं लोग जरूर
इस दौरान हर्षवर्धन ने कहा यह मेरे युवा साथियों की मेहनत है। आज मेरे साथ भले ही संगठन न हो, लेकिन यह लोग ही मेरी ताकत हैं। यह संगठन मेरे परिवार का है जो स्व नंदकुमार सिंह चौहान ने पूरे लोकसभा को अपना परिवार माना था। इस दौरान काफी संख्या में युवा मौजूद थे।
यह कैसी राजनीति- एक घंटे में ही एआईएमआईएम के पार्षद ने दो बार बदला पाला, पहले कांग्रेस में गया और फिर वापस एआईएमआईएम में लौट आया
– नेताओं के दल बदलने को समझ नहीं पा रहे लोग, विधानसभा चुनाव में पल पल बदल रहे समीकरण
बुरहानपुर। विधानसभा चुनाव के दौरान पाला बदलने का दौर काफी दिनों से जारी है, लेकिन कोई नेता एक दो घंटे के भीतर ही पाला बदल ले तो लोगों का हैरत में पड़ना लाजिमी है। ऐसा ही कुछ बुरहानपुर में हो रहा रहा है। यहां एआईएमआईएम का एक पार्षद कांग्रेस की नुक्कड़ सभा में पहुंचा और बुरहानपुर विधानसभा से प्रत्याशी ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा भैया को समर्थन दे दिया। कुछ ही देर बाद पता चला पार्षद वापस एआईएमआईएम में लौैट आया है। इसके बाद पार्टी के जिम्मेदार गोलमाल जवाब देते हुए कहने लगे, यह हमारे परिवार का मामला है। वहीं कांग्रेस की नुक्कड़ सभा में खुलकर समर्थन देने की बात कहने वाले पार्षद से जब पूछा गया तो वह कहने लगा मुझे बोलना नहीं आता।
दरअसल यह मामला रविवार रात का है जब एआईएमआईएम के एक पार्षद रफीक अहमद ने कांग्रेस की नुक्कड़ सभा के दौरान बैरी मैदान में कांग्रेस को समर्थन दे दिया और कांग्रेस का साथ देने की बात कही। थोड़ी ही देर में वह एआईएमआईएम के नेताओं के साथ नजर आए और कहा मैं एआईएआईएम के ही साथ हूं। पूछने पर वह बोले मुझे बोलना नहीं आता जिलाध्यक्ष से पूछो। वहीं एआईएमआईएम जिलाध्यक्ष व अधिवक्ता जहीर उद्दीन ने कहा यह हमारा घरेलू मामला है। शहर छोटा है। रफीक भाई वहां सभा सुनने गए थे, ताल्लुकात के कुछ लोग उन्हें वहां ले गए और वह कुछ बोल नहीं पाए। किसी प्रकार का समर्थन नहीं दिया है वह मजलिस के साथ हैं।
एआईएमआईएम के लोग मनाकर लाए
दरअसल कांग्रेस प्रत्याशी ठाकुर सुरेंद्र सिंह की ओर से बेरी मैदान में नुक्कड़ सभा रखी गई थी। इस दौरान एआईएमआईएम पार्षद रफीक अहमद ने अपना समर्थन दिया। नुक्कड़ सभा में मौजूद कांग्रेस नेताओं ने उनका फूलमालाओं से स्वागत किया, लेकिन यह बात जब एआईएमआईएम पार्टी नेताओं को पता चली तो वह उन्हें मनाकर वापस ले आए।
और इधर………
हमें विधानसभाओं जाने से पार्लियामेंट का एमपी बनने से रोका जाता है, यह एक साजिश
– एआईएमआईएम की सभा में पूर्व केंद्रीय मंत्री असमल शेर खान ने कहा
बुरहानपुर। रविवार रात आजाद नगर में एआईएमआईएम की सभा हुई जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री असलम शेर खान शामिल हुए उन्होंने खुलकर आरोप लगाए कि एक साजिश के तहत हमें विधानसभाओं, पार्लियामेंट में जाने से रोका जाता है। साथ ही कहा- मेरा लंबा सफर राजनीति और हॉकी प्लेयर के रूप में रहा है। एक ही बात में कहना चाहता हूं कि मैं आपके बीच जो खड़ा हूं आपको इसका अंदाजा नहीं होगा कि मैं मेरी 43 साल की राजनीति को यहां पर अपनी हस्ती को मिटाने आया हूं ताकि बुरहानपुर से जो हस्ती मिटाने की कोशिश की जाती है विधानसभाओं में जाने से जो रोका जाता है। पार्लियामेंट का एमपी बनने से रोका जाता है। मैं समझता हूं कि वह शुरूआत आज बुरहानपुर से हो गई है कि हम अपना मेंबर वहां भेजेंगे। असलम शेर खान यहां एआईएमआईएम के प्रत्याशी नफीस मंशा खान के समर्थन में सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा आज जो जज्बा दिख रहा है उस जज्बे के आगे कोई भी शूरमा टिक नहीं पाएगा। यह जज्बा है जो आदमी को उपर उठाता है। उम्मीद है कि इस जज्बे के साथ आप चुनाव में जा रहे हैं कि आप नफीस मंशा को जरूर मप्र की विधानसभा में भेजेंगे। उन्होंने अल्लामा इकबाल का एक शेर कहा- मिटा दे अपनी हस्ती को अगर कुछ मर्तबा चाहे, कि दाना खाक में मिलकर गुल ओ गुलजार होता है। इसलिए आज मे मेरी हस्ती मिटाने आया हूं। उन्होंने कहा, इनकी टोटल कामयाबी बांटने की है। साजिश न करें तो हमें कोई हरा नहीं सकता। अगर आप बांटने से बंटने से रूक गए तो कामयाब हो जाएंगे। डर के हालात पैदा किए गए हैं वह इसलिए कि लीडर पैदा न हो पाएं। अगर हम युनाईट हो जाएंगे तो कामयाब होंगे। बुरहानपुर की 1.30 लाख आबादी है और अल्पसंख्यक कैंडिडेट नहीं देंगे। यह एक साजिश है। अगर यहां नहीं देंगे तो फिर कहां देंगे।
बिजली गुल हुई तो मचा हंगामा, मोबाइल की टॉर्च जलाकर खड़े रहे लोग
सभा के दौरान जब एआईएमआईएम के प्रत्याशी नफीस मंशा खान बोलने खड़े हुए तो अचानक बिजल गुल हो गई। इस पर लोग हंगामा करने लगे। लोगों ने अपने मोबाइल के टॉर्च जलाए और नारेबाजी करने लगे। मंच पर बैठे लोगों ने इसे साजिश बताया। हालांकि 5 मिनट बाद ही बिजली लौट आई।