बुरहानपुर। आज हमें 500 वर्षों से अधिक की तपस्या संघर्ष और अनेक बलिदान के बाद भगवान श्री राम लला के नवनिर्मित विशाल, भव्य मंदिर में प्राणप्रतिष्ठा का शुभ अवसर प्राप्त हुआ है। यह प्रत्येक भारतीय के लिए नवयुग का आरंभ है।
यह बात प.पु.गो 108 शिशिरकुमार महाराज ने शुक्रवार को बहुजी महाराज मंदिर में कही। उन्होंने कहा- यह आयोजन इसलिए भी आवश्यक हो जाता है, क्योंकि भगवान श्री राम का हमारे शहर से ऐतिहासिक संबंध है। पुराण के अनुसार भगवान श्रीराम ने ताप्ती के पावन तट पर पिंडदान किया है। भगवान राम के बुरहानपुर नगर के प्रवास के काल के अनेकों ऐतिहासिक मान बिंदु शहर के आसपास उपस्थित है। भगवान राम की विश्रामस्थली राम झरोखा, सीता गुफा और अनेक महत्वपूर्ण स्थान प्रमाण के रूप में ग्रंथों में वर्णित है। आज हमें सनातन संस्कृति को इतिहास से जोड़कर इस प्राचीन नगर बुरहानपुर की मूल प्रतिष्ठा को राष्ट्र के सांस्कृतिक मानचित्र पर पुनर्स्थापित करना है। इस नवीन प्रभात बेला में सांस्कृतिक पुर्नजागरण नगर के सभी धर्मिष्ठ निवासियों का यहां परम नागरिक कत्र्तव्य है। त्रेता युग में मर्यादा पुरुषोतम भगवान रामचंद्र ने इस क्षेत्र की यात्रा कर इस स्थान को अपना गौरव प्रदान किया है। इस पुण्य क्षेत्र के नागरिकों के रूप में स्वयं की गौरव संपन्नता को अनुभूत और व्यक्त करने का उत्सव है इसलिए सभी धर्म प्रेमीजन से आग्रह है कि अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर भगवान श्रीराम के प्रति अपने भावों, श्रद्धा को अभिव्यक्त करें।
22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के निमित्त निकलेगी शोभायात्रा
22 जनवरी को अयोध्या में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के निमित्त नगर में 19 जनवरी को शिशिर कुमार महाराज, कपिल कुमार बावाश्री द्वारा राममय भव्य कलशयात्रा और शोभायात्रा का आयोजन किया गया है। कलशयात्रा बहुजी महाराज मंदिर के प्रांगण प्रतापुपरा से आरंभ होकर सिलमपुरा, राजपुरा, पांडुमल चौराहा, बाई साहब की हवेली होते हुए राजघाट जाएगी। जहां मां ताप्ती के पावन तट पर सामूहिक दीप प्रज्जवलन, भगवान राम का जलाभिषेक, रामलला संग मां ताप्ती की महाआरती का आयोजन होगा। कलश यात्रा, शोभायात्रा 19 जनवरी को दोपहर 13 बजे बहुजी महाराज मंदिर से निकलेगी।