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पूर्व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अरूण यादव, पूर्व मंत्री सचिन यादव, नरेंद्र पटेल के साथ घूमे
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विधानसभा चुनाव में जिन्हें निष्कासित किया था अब लोकसभा में उनकी बहाली की तैयारी
बुरहानपुर। लोकसभा चुनाव के चलते सियासी पारा गर्म है। इसी बीच ईद आ गई। ईद के बहाने दो भाई कांग्रेस के बागियां को मनाने निकले हैं, जो विधानसभा चुनाव में ठाकुर सुरेंद्र सिंह को टिकट मिलने पर बागी हो गए थे। बताया जा रहा है कि जल्द बागियों की बहाली हो सकती है। शिरखुरमा सिवैईयों की मिठास के बीच दोनों भाइयों ने बागियों को साथ लेने का लक्ष्य हाथ में लिया है।
दरअसल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था। तब ठाकुर सुरेंद्र सिंह को बुरहानपुर विधानसभा से टिकट दिया गया था, लेकिन वह चुनाव हार गए। टिकट मिलते ही सुरेंद्र सिंह का विरोध शुरू हो गया था। निष्ठावान कांग्रेस का गठन किया गया था और कभी 17 साल तक नगर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रहे अजयसिंह रघुवंशी सहित 100 से अधिक नेता, कार्यकर्ता बागी हो गए थे। जिन्हें कांग्रेस ने 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था। अब उनकी बहाली की तैयारी चल रही है। गुरूवार को ईद के मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री अरूण यादव और पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव ईद के बहाने बागियों से मिले। उनके घर पहुंचकर शिरखुरमा सिवईयां खाई। साथ में लोकसभा के लिए प्रत्याशी घोषित किए गए नरेंद्र पटेल भी नजर आए। श्री यादव के साथ नगर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रिंकू टांक, जिला प्रवक्ता निखिल खंडेलवाल, इन्द्रसेन देशमुख सहित अन्य मौजूद रहे।
कईं नेताओं के घर पहुंचे अरूण यादव, सचिन यादव
ईद के अवसर पर पूर्व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरूण यादव अपने भाई सचिन यादव और लोकसभा प्रत्याशी नरेंद्र पटेल के साथ कईं नेता, कार्यकर्ताओं के घर पहुंचे। उनके साथ विधानसभा चुनाव में निष्कासित किए गए पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष अजय सिंह रघुवंशी भी नजर आए। वहीं दोनों कांग्रेस नेताओं ने अब्दुल्ला अंसारी, अकील औलिया, हमीद डायमंड, आरिफ बागवान, उबैद शेख सहित अन्य नेताओं के घर पहुंचकर मुलाकात की। इन्हें भी विधानसभा चुनाव में विरोध के चलते पार्टी से निष्कासित किया गया था। अब बताया जा रहा है कि जल्द इनकी कांग्रेस में वापसी हो सकती है। एक कांग्रेस नेता इसका विरोध कर रहे थे, लेकिन बताया जा रहा है कि मप्र कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष जीतू पटवारी उन्हें चेता चुके हैं कि संगठन के लिए काम करें। सूत्रों की माने तो पटवारी ने कांग्रेस नेता को सख्त लहजे में अच्छे से समझा दिया।
और इधर…..।
भाजपा में भी थोकबंद हुए थे इस्तीफे, बागियों की वापसी पर संशय
भाजपा में भी सुगबुगाहट का दौर जारी है। दरअसल भाजपा में भी विधानसभा चुनाव के समय थोकबंद इस्तीफे हुए थे। पार्टी ने पूर्व सांसद स्व. नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे हर्षवर्धन सिंह चौहान को टिकट नहीं दिया था इसके बाद कार्यकर्ता, पदाधिकारियों ने इस्तीफे दिए थे। राजनीतिक जानकारों की माने तो बागियों की भाजपा में जल्द वापसी होने की सम्भावनाओं से इंकार नही किया जा सकता है। इसके प्रयास भी तेज़ हो गए है। हालांकि भाजपा में बागियों की वापसी पर अभी संशय की स्थिति बनी हुई है। बताया जा रहा है कि यहां भी बागियों की वापसी को लेकर कुछ नेताओं में नाराजी भी है। यही वजह है कि अभी तक पार्टी बागियों की वापसी को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
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