बुरहानपुर। 17 जनवरी को सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी का प्रकाश पर्व मनाया जाएगा। गुरुजी का बुरहानपुर से भी सीधा संबंध रहा है। दक्षिण की यात्रा के समय गुरु जी बुरहानपुर ठहरे थे। यहां भक्तों को उपदेश दिए और श्री गुरुग्रंथ साहब की रचना कराकर इसमें हस्ताक्षर किए। प्रकाश पर्व को लेकर सोमवार को लोधीपुरा स्थित बड़े गुरुद्वारे में अखंड पाठ साहब की शुरुआत हुई। मंगलवार दोपहर नगर कीर्तन निकाला गया।
प्रकाश पर्व को लेकर सोमवार से तीन दिवस कार्यक्रम की शुरुआत हो गई। सोमवार को सुबह 8 बजे से बड़े गुरुद्वारे में आसादीवार कीर्तन हजुरी रागी जत्था भाई चरणसिंह और साथी ने किया। इसके बाद गुरुग्रंथ साहब के अखंड पाठ की शुरुआत हुई और दीवान सजा। कीर्तन रागी जत्था वीर दिलवागसिंह संगरूर वाले ने किया, जिसके बाद समाप्ति और लंगर हुआ। रात में दीवान सजा और शब्द, कविताएं, बच्चों के कार्यक्रम हुए। मंगलवार को सुबह आसादीवार कीर्तन बाद दीवान सजाया गया। समाप्ति बाद दोपहर 2 बजे गुरुद्वारे से पंज प्यारों की अगुवाई में नगर कीर्तन निकला, जो शहर के विभिन्न हिस्सों से होकर गुजरा। 17 जनवरी को प्रकाश पर्व मनाया जाएगा। सुबह 10 बजे अखंड पाठ साहब की समाप्ति के बाद दीवान सजेगा और शब्द-कीर्तन होगा। समाप्ति बाद लंगर होगा, जिसमें पूरे शहर से भक्त पहुंचेंगे। रात में प्रकाश पर्व मनाया जाएगा। प्रकाश पर्व को लेकर गुरुद्वारे को सजाया जा रहा है।