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टीएल बैठक में कलेक्टर ने निगमायुक्त से पूछा, जर्जर मकानों को लेकर निगम ने क्या किया, आयुक्त बोले 114 को नोटिस दिया, कलेक्टर ने कहा एक्शन लीजिए
बुरहानपुर। बारिश सिर पर है, लेकिन फिर भी नगर निगम की लापरवाही हावी है। हर साल जर्जर मकानों को नोटिस देकर भूलने वाला नगर निगम इस बार भी इसी तर्ज पर काम कर रहा है। शहर में करीब 300 से ज्यादा जर्जर मकान हैं, लेकिन नगर निगम की टीम केवल नोटिस जारी कर अपना कर्त्तव्य पूरा कर लेती है। इस बार भी ऐसा ही किया जा रहा है, लेकिन इस बार यह बात कलेक्टर के संज्ञान में आ गई है। कलेक्टर ने बुधवार को न सिर्फ आयुक्त से यह कहा कि काम होता नजर नहीं आ रहा है तो वहीं यह भी कहा कि आप एक्शन लीजिए।
दरअसल नगर में जर्जर मकानों को लेकर नोटिस जारी किए जाते हैं, लेकिन कईं मकान मालिक इसे लेकर गंभीरता नहीं दिखाते। कईं बार जर्जर मकान बारिश में गिरते है इससे हादसे की आशंका भी बनी रहती है। पिछले साल भी कुछ मकान गिरे थे। गनीमत रही कि कोई हादसा नहीं हुआ। नगर निगम की टीम केवल नोटिस जारी करके भूल जाती है जबकि ऐसे मकान मालिक जो खुद रहकर जर्जर मकान नहीं गिराते उन पर कार्रवाई का अधिकार नगर निगम को है, लेकिन कभी भी कार्रवाई नहीं की जाती। ऐसा नहीं है कि नगर निगम के पास अमले की कमी है, बल्कि पर्याप्त अमला होने के बाद भी लापरवाही बरती जाती है।
कलेक्टर ने कहा नोटिस जारी करने की बात पुरानी
कलेक्ट्रेट सभागृह में बुधवार सुबह 11 बजे से कलेक्टर भव्या मित्तल की अध्यक्षता में समय सीमा की बैठक हुई। इस दौरान बारिश से पहले जर्जर मकानों की स्थिति को लेकर कलेक्टर भव्या मित्तल ने निगम आयुक्त संदीप श्रीवास्तव से पूछा- नगर निगम ने जर्जर भवनों को लेकर क्या काम किया। निगमायुक्त बोले-114 लोगों को नोटिस दिया है। कलेक्टर ने कहा काम दिख नहीं रहा है। यह तो पुरानी बात हो गई है। आप एक्शन लीजिए। साथ ही शहर में जल भराव की स्थिति की समीक्षा की गई। नाले, नालियों की साफ सफाई को लेकर अलर्ट रहने को कहा गया। शनवारा और बुधवारा क्षेत्र में बारिश का पानी जमा हो जाता है। इसे लेकर नगर निगम आयुक्त संदीप श्रीवास्तव ने कहा.शनवारा में पानी जमा नहीं होगा, क्योंकि वहां एक बड़ा नाला बनाया गया है। बैठक में विभिन्न विभागों के अफसर मौजूद थे।
बैठक में इन विषयों पर भी चर्चा
• बाढ़ आपदा से बचाव के लिए सभी उपकरणों की एक मॉक ड्रील कर कर प्रतिवेदन दिया जाए।
• ताप्ती नदी के संवेदनशील घाटों का संयुक्त स्थल निरीक्षण।
• नगरीय क्षेत्र में जर्जर भवनों पर कार्रवाई कर प्रतिवेदन दिया जाए। शहरी क्षेत्र में सभी नालियों की सफाई।
• शनवारा क्षेत्र में जल भराव के सबंध में कार्रवाई और प्रतिवेदन दें।
• नेपानगर, शाहपुर, जनपद बुरहानपुर, खकनार के जर्जर भवनों व नालियों की साफ सफाई।
• ग्रामीण क्षेत्रों में मुक्तिधाम के पहुंच मार्ग में बारिश के दौरान आने वाली समस्याओं को दूर करने आदि पर चर्चा की गई।
प्री-मानसून में ही शहर में भर गया था पानी
कुछ दिन पहले नगर में प्री-मानसून के कारण करीब पौन घंटे तेज बारिश हुई थी, लेकिन पौन घंटे की ही बारिश ने नगर निगम की सारी व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी थी। कुछ क्षेत्रों में बारिश का पानी जमा हो गया था। नगर निगम ने इंदौर इच्छापुर हाईवे के तीन नालों का निर्माण कराया है। दावा किया जा रहा है कि इस बार शनवारा में भी पानी जमा नहीं होगा, लेकिन इधर नगर में थोड़ी सी ही बारिश में पानी जमा हो रहा है। लोग सोशल मीडिया पर नगर निगम की कार्यप्रणाली पर जमकर सवाल उठा रहे हैं, क्योंकि जलावर्धन योजना और सीवरेज योजना के तहत नगर में सड़कों की खुदाई भी हुई थी। जिससे बड़े बड़े गड्ढे हो गए हैं। ऐसे में बारिश के समय आमजन को यहां फिर फजीहत का सामना करना पड़ेगा।