– एक दिन पहले दयाराम के कहने पर रिश्वत की रकम लेने गया पवन लोकायुक्त के हत्थे चढ़ा था
– नेपानगर थाना टीआई ज्ञानू जायसवाल को भी एसपी ने जारी किया शोकाज नोटिस
– मलकापुर महाराष्ट्र के ईंट भट्टा व्यापारी को बाइक चोरी के फर्जी केस में फंसाने की दी थी धमकी
बुरहानपुर। जिले के सरकारी महकमों में किस तरह भ्रष्टाचार बढ़ गया है इसके उदाहरण दो बार सामने आ चुके हैं। कुछ दिन पहले ही लोकायुक्त ने तहसीलदार के रीडर को रिश्वत लेते हुए पकड़ा था तो वहीं अब पुलिस भी इससे अछूती नहीं रही। एक दिन पहले लोकायुक्त ने एक प्रधान आरक्षक को रिश्वत की रकम लेने पहुंचने पर ट्रेप किया। अब इस मामले में दोनों को निलंबित कर दिया गया है।
गौरतलब कि गुरूवार को ही लोकायुक्त इंदौर ने लालबाग थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक पवन शर्मा को 50 हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया था। खास बात यह है कि यह रिश्वत पवन शर्मा ने नहीं मांगी थी, बल्कि नेपानगर थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक दयाराम सिलवेकर ने उसे एक व्यक्ति से 50 हजार रूपए लेने को कहा था, लेकिन रिश्वत की रकम लेने गया पवन शर्मा लोकायुक्त के हत्थे चढ़ गया।
लोकायुक्त से पत्र मिलने के बाद एसपी ने किया सस्पेंड
शुक्रवार को लोकायुक्त से पत्र मिलने के बाद बुरहानपुर एसपी देवेंद्र कुमार पाटीदार ने लालबाग थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक पवन शर्मा और नेपानगर थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक दयाराम सिलवेकर को सस्पेंड कर दिया वहीं नेपानगर टीआई ज्ञानू जायसवाल को शोकाज नोटिस जारी किया है। मामले में नेपा थाने के एक अन्य आरक्षक का भी नाम सामने आ रहा है, लेकिन इसे लेकर एसपी ने कहा अभी लोकायुक्त की ओर से जो पत्र मिला है उसमें दो ही लोगों के नाम है इसलिए दोनों को सस्पेंड किया गया है। आगे मामले की जांच में जो भी तथ्य निकलकर आते हैं तो उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
गुरूवार रात हुई थी ट्रेप की कार्रवाई
गुरूवार रात करीब 8 बजे लोकायुक्त पुलिस ने लालबाग थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक पवन शर्मा को 50 हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा। रिश्वत की यह रकम नेपा थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक दयाराम सिलवेकर ने एक व्यक्ति से लेने को कहा था, लेकिन जब पवन पैसा लेने पहुंचा तो वह रिश्वत लेते धरा गया। लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल के अनुसार दीपक पाटिल नामक एक व्यक्ति ने लोकायुक्त इंदौर एसपी को शिकायत की थी कि नेपा थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक दयाराम सिलवेकर उनके दोस्त अभिजीत मस्कर से 50 हजार रूपए की रिश्वत की मांग रहा है। बाइक चोरी के केस में फंसाने की धमकी दे रहा है।
एक साल से कर रहे थे परेशान
अभिजीत मस्कर का मलकापुर में ईंट बनाने का काम है। एक साल पहले उन्होंने नेपानगर के ठेकेदार इरफान को लैबरों के लिए 50 हजार रूपए दिए थे, लेकिन लैबर काम पर नहीं गई तो अभिजीत ने अपना पैसा वापस मांगा। तब इरफान वापस लैबर के पास आया और एक व्यक्ति की बाइक लेकर मलकापुर चला गया। लैबर ने इसकी शिकायत नेपा थाने में की थी। बाइक जब्त करने के लिए प्रधान आरक्षक दयाराम सिलवेकर व एक अन्य वहां गए थे और उसे ट्रेस किया था। तब अभिजीत से संपर्क किया गया। उससे कहा गया कि एफआईआर में नाम नहीं आएगा इसके लिए खर्चा पानी करना पड़ेगा। परेशान होकर उसने इसकी शिकायत लोकायुक्त में की। तब 50 हजार की रिश्वत मांगे जाने पर कॉल रिकार्डिंग के लिए भेजा गया। ट्रेप दल का गठन किया। वहीं गुरूवार रात प्रधान आरक्षक दयाराम सिलवेकर को दीपक पाटिल ने कॉल किया तो उसने कहा मैं बाहर हूं। साथी को भेजता हूं तब लालबाग थाने का पवन शर्मा आया। उसे 50 हजार की रिश्वत लेते लोकायुक्त ने रंगेहाथों पकड़ा।
एक अन्य पुलिसकर्मी का नाम भी आ रहा सामने
शिकायत में दीपक पाटिल और उसके मित्र अभिजीत मस्कर ने लोकायुक्त को बताया कि उन्हें सालभर से परेशान किया जा रहा था। पहले भी वह पैसा दे चुके थे। इसमें एक अन्य पुलिसकर्मी सचिन जाधव का नाम भी सामने आ रहा है। लोकायुक्त ने प्रधान आरक्षक पवन शर्मा, दयाराम सिलवेकर के खिलाफ केस दर्ज कर मामला जांच में लिया। वहीं इस मामले में एसपी देवेंद्र पाटीदार ने दोनों को सस्पेंड कर टीआई ज्ञानू जायसवाल को नोटिस जारी किया।
वर्जन-
पत्र मिलते ही दोनों को सस्पेंड किया
– लोकायुक्त से पत्र मिलते ही दोनों प्रधान आरक्षकों को सस्पेंड कर दिया गया है। टीआई को शोकाज नोटिस दिया है। अभी मामले की जांच की जा रही है जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार आगे की कार्रवाई होगी।
-देवेंद्र पाटीदार, एसपी बुरहानपुर