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गन्ना कटाई सहित खेती के अन्य कामों के लिए महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश ले जाए जाते हैं मजदूर
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वाहन छोड़कर भाग निकला था ड्राइवर, क्लिनर, पुलिस पकड़कर लाई
बुरहानपुर। खंडवा जिले की खालवा तहसील से मजदूरों को ले जा रहा एक ट्रक जिले के जैनाबाद फाटे पर मिला। यहां वाहन चालक और क्लीनर ट्रक छोड़कर चले गए थे। ट्रक में करीब 50 से अधिक मजदूर थे। जिन्हें महाराष्ट्र की ओर ले जाए जाने की बात सामने आई है, लेकिन उनके द्वारा मजदूरों को ट्रक के अंदर छोड़कर जाने पर कुछ लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची शिकारपुरा थाना पुलिस ने वाहन चालक को ढूंढा और हिदायत दी कि मजदूरों को जहां से लाया गया है वहीं ले जाकर छोड़ा जाए। इसके बाद मजदूरों को ले जाया।
दरअसल खंडवा-बुरहानपुर जिले से हर साल बड़े पैमाने पर पलायन होता है। नेपानगर, खकनार क्षेत्र सैकड़ों की संख्या में मजदूरों द्वारा रोजगार की तलाश में पलायन किया जाता है। रविवार रात खंडवा जिले की खालवा तहसील से करीब 50 से अधिक मजदूरों को महाराष्ट्र ले जाया जा रहा था जिसमें बच्चे और महिलाएं भी थीं। खास बात यह है कि बारिश का दौर चल रहा था। इस दौरान ट्रक के अंदर पानी भी घुस आया था। महिला, बच्चे, पुरूष एक तरफ दुबक कर बैठे थे।
मजदूर बोले, काम नहीं मिलता तो क्या करें, पलायन करते हैं
इस दौरान मजदूरों ने कहा कि हमारे क्षेत्र में काम नहीं मिलता तो हम भी क्या करें। इसलिए हर साल पलायन करते हैं। बारिश में वाहन चालक यहां ट्रक खड़े करके चला गया। मजदूरां ने बताया हमें काम के लिए हैदराबाद, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों में ले जाया जाता है। कईं बार यह नहीं बताया जाता कि कहां ले जा रह हैं। वहां खेतों में काम कराया जाता है। गन्ना कटाई, गेहूं कटाई आदि की जाती है।
ट्रक चालक को हिदायत देकर किया रवाना
रविवार रात शिकारपुरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और वाहन चालक को ढूंढा गया। ट्रक एमएच 20 बीटी-1266 में मजदूरों को वापस बैठाया गया और वाहन चालक को हिदायत दी गई कि इन्हें जहां से लाया गया है वहां वापस सुरक्षित तरीके से ले जाकर छोड़े। वहीं बताया जा रहा है कि वाहन पंचर होने के कारण भी यह समस्या बनी थी, लेकिन इसके कारण मजदूर और उनके परिवार खासे परेशान हुए।
जिले के लिए गंभीर समस्या बन गया है पलायन
बुरहानपुर जिले के लिए भी पलायन एक गंभीर समस्या बन गया है। कहने को तो पंचायतों के माध्यम से रोजगार गारंटी योजना के तहत रोजगार दिए जाने का दाव किया जाता है, लेकिन इसके बाद भी खकनार, नेपानगर के ग्रामीण क्षेत्रों से हर साल सैकड़ों की संख्या में मजदूर बाहरी राज्यों में पलायन कर जाते है। कईं जगह तो गांव की गांव खाली हो जाते हैं, लेकिन इस समस्या को कभी जनप्रतिनिधियों ने भी गंभीरता से नहीं लिया।
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