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चुनाव आयोग को भी हुई थी शिकायत, ओंकारेश्वर में पदस्थ शैलेंद्र चौहान होंगे नपा सीएमओ
बुरहानपुर। नगरीय प्रशासन विभाग ने गुरूवार रात नगर पालिकाओं, नगर परिषदों में पदस्थ 41 सीएमओ, प्रभारी सीएमओ क तबादला आदेश जारी किए हैं। नेपानगर नगर पालिका में पदस्थ प्रभारी सीएमओ धीरेंद्र सिंह सिकरवार के स्थान पर ओंकारेश्वर जिला खंडवा में पदस्थ सीएमओ शैलेंद्र चौहान को नगर पालिका परिषद नेपानगर का सीएमओ बनाया गया है। जबकि सिकरवार अब अपने मूल विभाग में वापस जाएंगे। उनका मूल पद नगर निगम बुरहानपुर में सहायक राजस्व निरीक्षक का हैं। उनका वेतन भी बुरहानपुर नगर निगम से ही जारी होता था। वह यहां केवल प्रभारी के बतौर कामकाज देख रहे थे। यह आदेश गुरूवार रात उप सचिव मप्र शासन हर्ष पंचोली ने जारी किए।
चुनाव आयोग को दो बार हुई शिकायत
नपा के प्रभारी सीएमओ धीरेंद्र सिकरवार की पिछले कुछ ही दिनों में दो बार चुनाव आयोग को शिकायत की जा चुकी है। साथ ही उनके निर्णयों से नपा में नपाध्यक्ष से उनकी पटरी भी नहीं बैठ रही थी। खुद नपाध्यक्ष ने भी इंदौर पहुंचकर संयुक्त संचालक को उनकी शिकायत की थी। जिसमें कहा गया था कि उनकी पदस्थापना लीगल नहीं है। राजनीतिक दबाव के चलते वह यहां पदस्थ हैं।
नए सीएमओ के लिए होगी कईं चुनौतियां
नए सीएमओ शैलेंद्र सिंह चौहान के लिए कईं चुनौतियां होगी। वर्तमान प्रभारी सीएमओ धीरेंद्र सिकरवार ने कुशल कम्प्यूटर ऑपरेटर्स को अर्द्धकुशल की श्रेणी में कर दिया था। साथ ही अन्य कईं निर्णय लिए थे।
सीएमओ को हटाए जाने के लिए यह दिए गए थे तर्क
शिकायत में कहा गया कि उच्च न्यायालय द्वारा पारित याचिकाओं में पारित निर्णय के अनुसार मुख्य नगर पालिका अधिकारी के पद पर पदोन्नति के लिए फीडर कैडर में नहीं आने वाले कर्मचारियों की पदस्थापना नहीं की जाए। इन पदों पर नियमित मुख्य नगर पालिका अधिकारी या क्षेत्र में आने वाले अधिकारियों को पदोन्नति देकर इस पद का दायित्व दिया जाए, लेकिन नगरीय प्रशासन व विकास विभाग इंदौर संभाग के संयुक्त संचालक द्वारा न्यायालय के आदेशों का उल्लंघन करते हुए बुरहानपुर नगर निगम के सहायक राजस्व निरीक्षक धीरेंद्र सिंह सिकरवार को राजनीतिक दबाव के चलते 3 अक्टूबर 23 से नगर पालिका परिषद नेपानगर में प्रभारी सीएमओ बना रखा है। जबकि सिकरवार की सेवाएं नगर निगम के तहत आती है। इनकी पदोन्नति नगर पालिका या नगर परिषद में नहीं हो सकती इसे लेकर नगरीय प्रशासन मंत्रालय द्वारा 1 जून 21 द्वारा भी सिकरवार को नगर परिषद शाहपुर से हटाया गया था। उन्हें तब अपने मूल विभाग नगर निगम बुरहानपुर भेजा गया था। अब एक बार फिर वह जोड़ तोड़ कर राजनीतिक हस्तक्षेप का इस्तेमाल कर नेपानगर में सेवाएं दे रहे हैं। यह न्यायालय के आदेश की भी अवहेलना है। आने वाले दिनों में आचार संहिता लगने वाली है और लोकसभा चुनाव होंगे। ऐसे में चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल न उठे इसलिए प्रभारी सीएमओ को यहां से हटाया जाना चाहिए।