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एसपी ने कहा- बाजार और हाट में रेकी कर चोरी करते थे मोटरसाइकिलें
बुरहानपुर। पुलिस ने एक संगठित अंतर्राज्यीय मोटरसाइकिल चोर गिरोह का खुलासा किया है। वाहन चेकिंग के दौरान चोरी की मोटरसाइकिल की पहचान हुई, जिससे यह गिरोह पकड़ा गया। पुलिस ने 30 मोटरसाइकिलें जब्त की हैं, जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 20 लाख रुपये है। गिरोह के आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें गिरोह का सरगना अयाज अली भी शामिल है।
एसपी देवेन्द्र पाटीदार ने मंगलवार दोपहर कंट्रोल रूम में आयोजित पत्रकार वार्ता में मामले का खुलासा करते हुए बताया कि थाना गणपति नाका पुलिस द्वारा नियमित वाहन चेकिंग के दौरान एक मोटरसाइकिल (क्रमांक MP68MC6506) पर POS मशीन से चालान बनाया गया। चालान की सूचना मोटरसाइकिल मालिक को मिली, जिसने बताया कि उसकी मोटरसाइकिल पहले ही चोरी हो चुकी है। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने अपराध क्रमांक 35/2025 के तहत मामला दर्ज किया। जांच के दौरान पता चला कि यह मोटरसाइकिल एक संगठित गिरोह द्वारा चोरी की गई थी।
जांच दल का गठन
एसपी पाटीदार के निर्देश पर, एएसपी अंतर सिंह कनेश और सीएसपी गौरव पाटिल के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सुरेश महाले के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने तकनीकी और वैज्ञानिक तरीकों का इस्तेमाल करते हुए गिरोह के सदस्यों का पता लगाया।
मुख्य आरोपी की पहचान
गिरोह का मुख्य सरगना अयाज अली (42 वर्ष), जो बुरहानपुर के लालबाग क्षेत्र के गाँधी कॉलोनी का निवासी है। वह अपने साथियों की मदद से वाहन चोरी कर उन्हें मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में बेचता था। गिरोह के सदस्य बाजार और हाट-बाजार जैसी भीड़भाड़ वाली जगहों पर वाहनों की रेकी करते थे। मास्टर चाबी का इस्तेमाल कर मोटरसाइकिलें चुराई जाती थीं। चोरी की गई गाड़ियां दूर-दराज के इलाकों में सस्ते दामों पर बेची जाती थीं।
जब्त वाहन और गिरफ्तार आरोपी
पुलिस ने कार्रवाई के दौरान कुल 30 मोटरसाइकिलें जब्त कीं। जिसमें मुख्य आरोपी अयाज अली पिता अब्बास अली (42 वर्ष) से 12 मोटरसाइकिलें, हबीब तडवी पिता छबू तडवी (25 वर्ष) से 6 मोटरसाइकिलें, रमजान इस्माईल (30 वर्ष), सलमान इस्माईल (22 वर्ष) और अफरोज तडवी (20 वर्ष) से 3-3 मोटरसाइकिलें तथा नवाज तडवी (26 वर्ष), हरीकरण गुजर (30 वर्ष), और राजकुमार ठाकुर (23 वर्ष) से 1-1 मोटरसाइकिल जब्त की गई। सभी जब्त वाहन हीरो कंपनी की एचएफ डीलक्स और सुपर स्प्लेंडर मॉडल की हैं। थाना क्षेत्र में पुलिस टीम ने सतत वाहन चेकिंग की। वाहन चोरी के मामलों को अपराध क्रमांक 38/2025, 39/2025, और 40/2025 के तहत पंजीकृत किया गया। गिरफ्तार सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया और पुलिस रिमांड प्राप्त किया गया।
आरोपियों की कार्यप्रणाली
• आरोपी संगठित तरीके से काम करते थे और चोरी की गई मोटरसाइकिलों को मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में बेचते थे।
• मुख्य आरोपी अयाज अली गिरोह का संचालन करता था और अपने साथियों की मदद से वाहनों को चुराने और बेचने का काम करता था।
• मास्टर चाबी का इस्तेमाल कर चोरी की घटनाएं अंजाम दी जाती थीं।