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बसाड़ में मिली बाइक के बाद पुलिस के हाथ लगते गए सुराग
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8वें दिन में पुलिस ने किया खुलासा, 4 बाइक, टूटा हुआ मंगलसूत्र बरामद
बुरहानपुर। 3 नवंबर तड़के नेपानगर की वृंदावन कॉलोनी में डकैती की वारदात को अंजाम देने वाले 13 में से 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया जबकि 9 की तलाश की जा रही है। खास बात यह है इस डकैती की वारदात को ट्रेस करने में पुलिस को सबसे बड़ा सुराग तब मिला जब बसाड़ रोड पर पुलिस को एक बाइक केले के खेत के पास खड़ी मिली थी। यहीं से पुलिस को क्लू पर क्लू मिलते गए। करीब 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए तो वहीं 100 से अधिक अफसर, कर्मचारियों की टीम इस डकैती को ट्रेस करने में लगी थी। डकैती की वारदात को पारदी गैंग ने दी थी। यह गैंग सांची के पास गुलगांव रायसेन की है जो नवरात्रि पर रैकी करके गई थी और दीपावली के 2 दिन बाद डकैती की वारदात को अंजाम दिया। कुल 13 सदस्य इसमें शामिल थे जिसमें से 4 को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उनके कब्जे से 4 बाइक, एक टूटा हुआ मंगलसूत्र भी जब्त किया है।
डेढ़ से दो करोड़ की डकैती करने की थी प्लानिंग
एसपी देवेंद्र पाटीदार ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया 3 नवंबर को पुलिस ने घटनाक्रम को गंभीरता से लिया। डॉग स्कवायड, फिंगरप्रिंट 100 से अधिक लोग लगे हुए थे। पकड़े गए सारे आरोपी पारदी गैंग के हैं और सांची के पास गुलगांव के रहने वाले है। इनका मुख्य व्यवसाय नवरात्रि, दीपावली के अवसर पर गमले फूल, गब्बारे आदि बेचना है। इसके सदस्य भी नवरात्रि मेले में नेपानगर आए थे। इस वारदात के मास्टर माइंड अनिल सोनी नाम के आरोपी है। अनिल नेपानगर मेले में उपस्थित था। उसने रैकी की थी। आरोपियों यह सोचा था कि बिल्डिंग मटेरियल कारोबारी रौनक जैन के यहां डेढ़ से दो करोड़ रूपए मिलेंगे। इसी सूचना के आधार पर उन्होंने डकैती की वारदात को अंजाम दिया था, लेकिन वह 1 लाख सात हजार रूपए और सोने की अंगूठी, ब्रेसलेट, मंगलसूत्र, कड़ा आदि ही ले जा पाए थे।
पुलिस के अनुसार अनिल, सोनी, सचिन उर्फ बबलू तीन लोग घटना से पहले सांची रायसेन में थे। वहा से ट्रेन से खंडवा आए। इसे बाद बुरहानपुर पहुंचे। पैसेंजर से नेपानगर उतरे और आउट साइड से जंगल, पुल से अलग अलग बंटकर घटनास्थल पहुंचे। भगाने के लिए पहले ही आसपास से बाइक चोरी की। पहले कारोबारी रौनक जैन के यहां पीछे के रास्ते से घुसे, लेकिन जा नहीं सके इसलिए फिर सामने से घुसे। चौकीदार को अपने कब्जे में लिया। दरवाजे खटखटाए और मारपीट करते हुए अंदर घुस गए। ब्रेसलेट, अंगूठी, चेन, एक लाख रूपए ले गए थे। सीसीटीवी कैमरों में उनकी एक एक एक्टिविटी देखी गई।
बसाड़ के पास बाइक मिलने के बाद सीसीटीवी फुटेज खंगाले
एसपी देवेन्द्र पाटीदार के अनुसार पुलिस को पहला क्लू तब मिला जब एक बसाड़ रोड पर एक केले के खेत के पास खड़ी मिली। बाद में बुरहानपुर में भी लोकेशन मिली। कुल तीन बाइक मिली। रेलवे स्टेशन पर सारे कैमरे चेक किए गए। वहां भी उपस्थिति मिली। नेपानगर का सारा डाटा लाखों की तादाद में देखा गया। कुछ नंबर सिलेक्ट किए जो सांची से जुड़े थे। कईं तार एक साथ गुलगांव रायसेन से ही जुड़ रहे थे। 3 दिन तक 15 लोगों की टीम रायसेन के गुलगांव में डकैती ट्रेस करने में लगी रही। एक एक की पहचान करने लगी तब खुलासा हुआ। वहां से आरोपियों को पकड़कर लाना आसान भी नहीं था, लेकिन फिर भी टीम ने 4 आरोपियों को पकड़ने में सफलता हसिल की।
ये हुए गिरफ्तार
अजय उर्फ बोल्की प्यारेलाल मोगिया पारदी, सुजीत पिता सुभाष पारदी दोनों निवासी गुलगांव रायसेन के अलावा सोहागपुर जिला नर्मदापुरम के रहने वाले दो आरोपी कांजरिया पिता मंगला, कालू पिता राजू को पकड़ा गया जो इन दो आरोपियों के रिश्तेदार हैं और वर्तमान में गुलगांव में ही रहते हैं। पूछताछ में अजय उर्फ बोलकिया ने बताया कि वह अपने साथी अनिल पिता सपेरा, सचिन, उर्फ बबलु पिता सन्नुलाल, सोनी पिता मोंगिया के साथ इस साल दशहरे के मेले में प्लास्टिक के गुलदस्ते, फुग्गे बेचने नेपानगर, बुरहानपुर आए थे। यहीं उन्होंने रौनक जैन के वृंदावन कॉलोनी स्थित दुकान, मकान की रैकी थी।
यह फरार है आरोपी
आरोपी अनिल पिता सपेरा, सचिन उर्फ बब्लू पिता सन्नूलाल पादधी, गनी पिता चंगीराम पारधी, धौतरिया पिता कैलाश पारधी, गंगाराम पिता बाबु पारधी, सोनी पिता खब्बा माँगिया, लडिया उर्फ लड्डू गोपाल पिता माझ्या पारधी, समीर पिता अमित पारधी माँगिया, प्रभात पिता नेरसिंग, सभी निवासी गुलगांव जिला रायसेन फरार है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।