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अश्लील साइट्स पर पोर्न फिल्में देखता था आरोपी, बालिका के घर से महज 40 कदम दूरी पर ही रहता है
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बालिका के साथ दुष्कर्म के बाद नारियल की रस्सी से गला घोंटकर की हत्या
बुरहानपुर। 21 साल के एक दरिंदे गौरव को पुलिस ने सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। आरोपी ने 6 साल की मासूम बालिका के साथ दुष्कर्म किया। साक्ष्य छिपाने के लिए उसने शव को घर की छत से एक खंडहर मकान में फेंक दिया। उस पर हरी नेट डालकर अपना जुर्म छिपाने की कोशिश की, लेकिन वह पकड़ा गया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या सहित पास्को एक्ट और अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।
गौरतलब है कि 18 मई को 6 साल की एक बालिका आंगनवाड़ी से घर आने के बाद कुछ ही देर में गायब हो गई थी। इसे लेकर परिजन सदमे में थे। पुलिस ने न सिर्फ सर्चिंग टीमों से तलाश की, बल्कि ड्रोन की भी मदद लेकर क्षेत्र में सर्चिंग की गई, लेकिन पता नहीं चला। 20 मई को उसका शव संदेहास्पद परिस्थितियों में उसके घर के पीछे ही मिला। पुलिस ने जांच शुरू की। चार संदिग्धों को पूछताछ के लिए उठाया। इसमें से एक आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया जो पहले से ही आपराधिक प्रवृत्ति का है।
बालिका को चॉकलेट और पैसे देने के बहाने बुलाकर किया रैप
एसपी देवेंद्र पाटीदार ने मंगलवार दोपहर प्रेस कांफ्रेंस में बताया आरोपी गौरव उर्फ खुशाल पिता रूपचंद कलनारायण ने 18 मई को वारदात को अंजाम दिया। दोपहर करीब 1 बजे घर के पास बालिका खेलते हुए आरोपी के घर के पास से निकल रही थी तब आरोपी ने उसे पैसे और चॉकलेट का लालच दिया। उसके साथ गलत काम करने लगा। बालिका ने विरोध किया तो उसने उसका नारियल की रस्सी से गला घोंटकर मकान की छत पर जाकर खंडहर मकान में शव फेंक दिया। शव छिपाने के उद्देश्य से आरोपी ने उपर हरे रंग की नेट डाल दी। आरोपी ने दुष्कृत्य की घटना और साक्ष्य छिपाने के लिए बालिका की हत्या की। आरोपी के खिलाफ पुलिस ने पहले धारा 363 के तहत केस दर्ज किया था। बाद में हत्या की धारा 302, 201, 376 ए-बी भादंवि और 5 एम-6 पाक्सो एक्ट की धाराएं बढ़ाई गई।
किसी को भनक नहीं लगने दी, जिम और कीर्तन में भी गया
आरोपी गौरव उर्फ खुशाल पिता रूपचंद कलनारायण हत्या के बाद ही नार्मल लाइफ जी रहा था। हत्या के बाद उसने घर में खाना भी खाया। जिम भी गया। रात में अपने चाचा के यहां कीर्तन में भी गया। उसके पिता एक कॉलेज में पियुन है। आरोपी का छोटा भाई उन्हें टिफिन देने गया था जबकि मां का डिवार्स हो चुका है। दादी साथ रहती है, लेकिन वह भी उस समय मंदिर गई थी। आरोपी घर पर अकेला था। इसी बीच उसने वारदात को अंजाम दिया।
पहले भी चोरी की वारदात कर वहीं फेंका था मोबाइल
पुलिस के अनुसार आरोपी पहले से ही आपराधिक प्रवृत्ति का है। वह एक तरह से साइको है। उसने एक बार मोबाइल चोरी किया था और चोरी के मोबाइल को भी वहीं फेंका था जहां 18 मई को खंडहर मकान में बालिका को फेंका था। उसके घर से तीन घरों की आपस में मिली हुई हैं। इसमें से एक यह आरोपी था। पूछताछ में वह टूट गया। हत्या के बाद भी वह नार्मल तरीके से रह रहा था। पुलिस ने सोशल मीडिया साइट्स खंगाली तो पता चला वह लगातार अश्लील चीजें देखता था। कईं पहलुओं के आधार पर उसे शंका के तहत पकड़ा गया था। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कुबूल किया। एसपी देवेंद्र पाटीदार ने बताया आरोपी द्वारा रैप के बाद मर्डर किए जाने की पुष्टि हुई है। आरोपी विकृत मानसिकता का था। शाम में जिम और रात में कीर्तन में भी गया था। 2022 में मोबाइल चोरी के मामले में जेल जा चुका है वह मैकेनिक का काम करता था।
इनकी रही महत्वपूर्ण भूमिका
-शिकारपुरा थाना इंचार्ज हेमेंद्र सिंह चौहान उनकी टीम उनि सोहन सिंह चौहान, सखाराम पगारे, सउनि मेहफूज अली, प्रआर नीतेश, ज्ञान सिंह, तुकाराम, रफीक खान, विजय बडकारे, गणेश, महिला आरक्षक भारती, थाना कोतवाली से सउनि ओंकार पटेल, लीला तोमर, गणपति नाका से सउनि शैलेष पाल, नईम खान, विनोद परिहार, थाना खकनार से आरक्षक शादाब अली, लालबाग से प्रआर प्रदीप और साइबर सेल की महत्वपूर्ण भूमिका रही।