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जांच में खुलासा खुद की पहचान छिपाने के लिए किराये के मजदूर की हत्या कर दी
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पैसा, शराब पिलाने के बहाने मनमाड़ से साथ में बुरहानपुर लाए
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25 मई को गला घोंटकर हत्या की, साक्ष्य छिपाने के लिए पेट्रोल डालकर जला दिया था
बुरहानपुर। खुद की पहचान छिपाने के लिए पूर्व में आर्मी में पैरा कमांडो रहे एक व्यक्ति ने अपनी ही हत्या की साजिश रची और किराये के मजदूर की हत्या कर दी। उसने अपने होटल पार्टनर के साथ मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया। जिस व्यक्ति की हत्या की गई वह एक मजदूर था। उसे मजदूरी देने और शराब पिलाने का झांसा देकर मनमाड़ महाराष्ट्र से ट्रेन से बुरहानपुर लाया गया। इसके लिए मनमाड़ रेलवे स्टेशन के एटीएम से 1500 रूपए निकाले और एक पेट्रोल पंप से प्लास्टिक की बॉटल में पेट्रोल लिया। व्यक्ति को बुरहानपुर लाने तक लगातार शराब पिलाते रहे। उसकी गला घोंटकर हत्या की और पेट्र्रोल डालकर जला दिया। 25 मई को मृतक का शव कुंडी भंडारा रोड पर जली अवस्था में मिला था। पास में एक आधार कार्ड मिला था, लेकिन वह मृतक का नहीं था, बल्कि आरोपी का था। पुलिस ने इस मामले का खुलासा कर उसके पार्टनर गणेश शर्मा को पकड़ लिया जबकि मुख्य आरोपी पूर्व आर्मी पैरा कमांडों फरार है। बताया जा रहा है कर्जे के चलते आरोपी ने अपने पार्टनर के साथ मिलकर यह कदम उठाया। मामल इन्वेस्टिगेशन में है।
एसपी देवेंद्र कुमार पाटीदार ने गुरूवार दोपहर प्रेस कांफ्रेंस में बताया 25 मई को कुंडी भंडारा रोड पर जली अवस्था में शव मिला था। यह एक जघन्य अपराध था। शव के पास से आधार कार्ड, कुछ पेपर, पर्स, मोबाइल नंबर मिले। आधार कार्ड मिलने से शव पहले हुसन पिता गंगाराम चौधरी निवासी आगरा उत्तर प्रदेश का लग रहा था। उसे वेरीफाई कराया। मोबाइल नंबर के आधार पर परिजन से संपर्क किया, लेकिन पिता भाई ने बॉडी नहीं पहचानी। जो शव मिला उसकी हाईट कम थी इसलिए संदेह व्यक्त किया गया। शव के हाथ में कोहनी पर ओम का ट्रेडमार्क था, लेकिन हुसन के हाथ में ऐसा कोई ट्रेड मार्क नहीं था। हुसन की हाईट अधिक है जबकि शव की हाईट कम थी। वह यूपी आगरा का रहने वाला है। उसके पिता भी आर्मी में थे। उसके पिता ने बताया कि मुंबई में होटल संचालित कर रहा था। 10 अप्रैल से मिसिंग है। 6 मई को गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। तब पुलिस ने उसके पार्टनर गणेश शर्मा को बुलाया। उससे बात की। सारी जानकारी ली। उसने सख्ती से पूछताछ के बाद जुर्म कुबूल किया। एसपी ने बताया दोनों मुंबई में रहते थे और होटल चलाते थे। 22 मई को दोनों मनमाड़ में भी मिले थे। इससे पहले वह अहमदनगर में श्रीहोंडा में रहने लगे थे रेत, गिट्टी का काम कर रहे थे।
22 मई को उन्होंने मनमाड़ में एक मजदूर को काम के बहाने साथ लिया। उसको खूब शराब पिलाई। बुरहानपुर साथ ले आए। कुंडी भंडारा के पास उसका गला घोंटकर पेट्रोल डालकर जला दिया। इसके बाद वापस ट्रेन से भुसावल होते हुए मनमाड़ श्रीहोंडा चले गए। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले और मामले का खुलासा किया।
एसपी देंवेंद्र कुमार पाटीदार ने बताया कि तकनीकि साक्ष्यों के आधार पर पाया गया कि आरोपियों ने अज्ञात व्यक्ति की गला घोंटकर हत्या की और साक्ष्य छिपाने के लिए उसे पेट्रोल डालकर जला दिया। आरोपियों के खिलाफ हत्या सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया जबकि आरोपी हुसन पिता गंगाराम फरार है। एसपी ने कहा खुद की पहचान छिपाने के लिए आरोपियों ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया। बताया जा रहा है कि कर्ज के चलते आरोपी ने यह कदम उठाया होगा। उसकी जांच की जा रही है। वहीं फरार आरोपी हुसन की भी तलाश की जा रही है। पकड़ा गया आरोपी गणेश शर्मा पहले बुरहानपुर में फेब्रिकेशन का काम कर चुका था। इसलिए उसे सारी जानकारी थी।
सराहनीय भूमिका
उक्त अंधेकत्ल के खुलासे में निरी. अमित सिंह जादौन, उनि परसराम पटेल, प्रआर अजय वारूले, प्रआर विक्रम चौहान, आर. नितेश व सायबर टीम के आर. दुर्गेश पटेल, सत्यपाल बोपचे, ललित चौहान, शक्ति सिंह तोमर की विशेष भूमिका होकर टीम में सउनि दिलिपसिंह, प्रआर. भरत देशमुख, प्रआर. जितेन्द्र सकवार, आर. पंकज पाटीदार, आर. महेश प्रजापति, आर. अक्षय दुबे की सराहनीय भूमिका रही