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अफसरों ने सरकारी जमीन को कराया अतिक्रमणमुक्त, वन विभाग को सौंपा कब्जा
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7 हेक्टेयर सरकारी जमीन पर सालों से था अतिक्रमण, सोयाबीन, मक्का और केला फसल नष्ट कराई
बुरहानपुर। करीब 7 हेक्टेयर सरकारी जमीन को जिला प्रशासन और पुलिस की टीम ने अतिक्रमण से मुक्त कराया। सरकारी जमीन पर बनाया गया पक्का भवन भी जेसीबी मशीन से तोड़ा गया। आपसी विवाद के कारण तीन अतिक्रमणकारी एक दूसरे की लगातार शिकायत कर रहे थे। आखिरकर प्रशासन को जानकारी लगने पर यह बात सामने आई कि जमीन ही अतिक्रमण में है तब यहां कार्रवाई कर जमीन को अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराकर उसे वन विभाग को सौंपा गया। हालाँकि कार्रवाई के दौरान टीम को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा।
बुधवार को ग्राम सांडसकला और बाड़ा जैनाबाद के बीच स्थित करीब 7 हेक्टेयर सरकारी जमीन को पुलिस और प्रशासन की टीम ने अतिक्रमणमुक्त कराकर वन विभाग को हैंड ओवर कर दिया। इसे लेकर एक दिन पहले टीम को विरोध भी हुआ था, लेकिन दूसरे दिन बुधवार को टीम काफी दल, बल के साथ मौके पर पहुंची और जेसीबी से एक पक्का भवन तोड़कर ट्रेक्टर से फसल को साफ कराकर भूमि अतिक्रमणमुक्त कराई। यहां सोयाबीन, मक्का और केला फसल लगाई गई थी। मौके पर नेपानगर एसडीएम भागीरथ वाखला, सीएसपी गौरव पाटिल, तहसीलदार दिनेश देबेंदया, शिकारपुरा थाना प्रभारी कमल सिंह पवार सहित वन विभाग की टीम मौजूद थी।
जेसीबी से जमीन को कराया समतल
टीम ने एक पक्के भवन को जेसीबी से तोड़ा जबकि फसल को ट्रेक्टर के माध्यम से बराबर कराया। यहां केले के 600 पौधे लगे थे जबकि 4 एकड़ में सोयाबीन लगी थी। एक एकड़ में मक्का फसल लगी थी। एक दिन पहले मंगलवार को भी टीम यहां कार्रवाई करने पहुंची थी, लेकिन कुछ लोगों ने जमा होकर विरोध किया था साथ ही बारिश भी हो रही थी इसलिए कार्रवाई रोक दी गई थी। अब दूसरे दिन टीम ने पहुंचकर कार्रवाई को अंजाम दिया।
वर्जन
तीन लोगों ने कर रखा था अतिक्रमण
सरकारी जमीन पर तीन लोगों ने अतिक्रमण कर रखा था। 7 हेक्टेयर जमीन को अतिक्रमणमुक्त कराकर वन विभाग के सुपुर्द कर दिया गया है। एक पक्का भवन भी तोड़ा गया है। कुछ जगह खाली थी कुछ पर अतिक्रमण था।
– भागीरथ वाखला, एसडीएम नेपानगर