बुरहानपुर। प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना से बुरहानपुर जिले में विकास कार्यों को नए पंख मिल रहे हैं। नागरिकों की सुविधाओं के साथ साथ पर्यटन क्षेत्र को भी बढ़ावा मिल रहा है। जिला मुख्यालय से लगभग 60 किलोमीटर दूर एक प्राकृतिक झरना जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इस बरसाती झरने को बसाली झरना के नाम से पहचान मिल रही है। यह झरना इतना मनमोहक, प्राकृतिक रूप से सुंदरता, हरियाली लिए हुए है कि इस झरने के बारे में बातें सुनकर यहां पर्यटक खुद को आने से रोक नहीं पाते।
पर्यटन विकास को बढ़ावा
प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत इस झरने तक लोगों की पहुंच बढ़ाने के लिए व जिले में पर्यटन विकास को दृष्टिगत रखते हुए जिला-प्रशासन के सहयोग से पंचायत द्वारा कार्ययोजना तैयार की गई है। इसके लिए स्वीकृत राशि 60 लाख रूपए की लागत से पर्यटकों के लिए ग्राम बसाली के झरने के पास रूकने के लिए 4 रहवासी क्वॉटेज निर्माणाधीन है। पहुंच मार्ग सुधार कार्य किया जा रहा है। यहां आने वाले समय में पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
पिकनिक स्पॉट के रूप में उभरेगा
सुविधाओं के विस्तार के साथ साथ आने वाले पर्यटकों के खानपान का भी विशेष ध्यान रखा गया है। इसके लिए कैंटिन तैयार की जा रही है जो कि प्रगतिरत् है। कैंटिन तैयार हो जाने से झरने को देखने आने वाले पर्यटकों व आसपास के ईलाकों के साथ.साथ जिलेवासियों को खान.पान की चीजें सुलभता से मिल सकेगी। यह झरना जिले में एक बेहतर पिकनिक स्पॉट के रूप में अपनी पहचान बना सकेगा।
छुट्टी के दिनों में अधिक संख्या में आते है लोग
पर्यटकों के मनोरंजन के लिए झरने के पास के रास्तों में ट्रेकिंग ट्रैक तैयार किये जाने की कार्ययोजना अपने अंतिम पड़ाव पर है। ट्रेकिंग ट्रैक के माध्यम से पर्यटक जंगल की सैर भी कर सकेंगे, जो उन्हें प्रकृति के और करीब ले जाएगी। बसाली झरने को आम दिनों में 80 से 100 पर्यटक देखने आते हैं। वहीं छुट्टी के दिनों में शनिवार, रविवार यह संख्या बढ़कर 500 से अधिक हो जाती है। लोग अपने परिवार के सदस्यों के साथ यहां घूमने-फिरने आना पसंद करते हैं।
टूरिस्ट गाइड की भूमिका निभायेगी आजीविका मिशन की दीदियां
पर्यटन विकास के क्षेत्र में जिले में अपार संभावनाएं हैं। ग्राम बसाली में झरने के समीप तैयार की जा रही कैंटिन का संचालन स्व सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा किया जाएगा। इससे ना सिर्फ उन्हें रोजगार मिलेगा बल्कि उनके आत्मविश्वास में भी बढ़ोतरी होगी। जानकारी के अनुसार आने वाले समय में अन्य राज्यों, जिलों, बाहरी पर्यटकों के लिए टूरिस्ट गाइड के रूप में स्व सहायता समूहों की महिलाएं अपनी भूमिका निभाएंगी। आजीविका मिशन के तहत संचालित बसाली के स्व सहायता समूह की महिलाओं को टूरिस्ट गाइड के तौर पर भूमिका निभाने के लिए पंचायत के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्हें पहचान कार्ड भी उपलब्ध कराया जाएगा, जो उन्हें टूरिस्ट गाइड की पहचान दिलाएगा। संभवतः साल के अंत तक पर्यटकों के लिए बसाली झरने पर यह सुविधाएं मिलना प्रारंभ हो जाएगी।