-
कईं बसें चल रही अनफिट, बीमा भी सालों से नहीं, जांच के लिए दिखावा करने आते हैं अफसर
-
एक दिन पहले महज 8 ऑटो पकड़े, बसों पर कार्रवाई नहीं
बुरहानपुर। जिले में भोपाल पासिंग ऑटो सरपट दौड़ रहे हैं। खास बात यह है कि एमपी 04 सीरिज के भोपाल पासिंग ऑटो के अधिकांश संचालकों के पास फिटनेस, दस्तावेज कुछ भी नहीं है। परिवहन विभाग महज दिखावे की कार्रवाई कर रहा है तो वहीं यातायात पुलिस को इससे कोई सरोकार नहीं है। पुलिस के सामने से यह वाहन सरपट निकलते हैं।
एक दिन पहले परिवहन विभाग ने शहर में कार्रवाई अभियान चलाया और करीब आठ ऑटो पर कार्रवाई की, लेकिन हकीकत यह है कि एमपी 04 भोपाल पासिंग ऑटो नगर में सैकड़ों की संख्या में संचालित हो रहे हैं। इसके कभी कागज तक नही पूछे जाते। एक दिन पहले परिवहन विभाग ने महज दिखावे की कार्रवाई की। इसमें भी उन्हें महज आठ ऑटो ही मिले। जबकि एक ही चौराहे से कुछ ही समय में दर्जनों की संख्या में एमपी 04 भोपाल पासिंग ऑटो गुजर जाते हैं। वहीं दूसरी ओर परिवहन विभाग द्वारा अनफिट बसों के खिलाफ भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है जबकि जिले मे अनफिट बसें काफी अधिक संख्या में संचालित की जा रही है।
भोपाल से खरीदकर ला रहे पुराने ऑटो
अधिकांश लोग भोपाल से पुराने ऑटो खरीदकर ला रहे हैं और बुरहानपुर में यात्री सेवा के रूप में संचालित किया जा रहा है। आश्चर्य की बात यह है कि इतनी अधिक संख्या में बाहरी जिले से पुराने ऑटो यहां चलाए जा रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी परिवहन विभाग इसे लेकर गंभीर नहीं है। अधिकांश वाहन चालकों के पास कागज नहीं है। खास बात भी है कि करीब 16 से 17 साल के लड़के ऑटो चला रहे हैं। ऐसे सैकड़ों वाहन हैं जो दिनभर पुराने यातायात थाने के सामने से जय स्तंभ क्षेत्र से गुजरते हैं। उनके खिलाफ यातायात विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। एआरटीओ की ओर से महज लीपापोती की जा रही है।
कंडम बसें हो रही संचालित
जिले से इंदौर सहित अन्य शहरों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में काफी अधिक संख्या में कंडम बसें भी संचालित की जा रही है। परिवहन विभाग का दावा है कि हमने एक दिन में तीन चार जगह एक साथ कार्रवाई की है, लेकिन विभाग ने एक भी बस को चेक नहीं किया। जबकि बसों की भी नियमित जांच होना चाहिए।
हादसा होने पर जागता है परिवहन विभाग
अकसर किसी न किसी तरह का बड़ा हादसा होने के बाद ही परिवहन विभाग जागता है। स्थानीय स्तर पर न तो परिवहन विभाग के पास अमला है न ही अतिरिक्त परिवहन अधिकारी की यहां पदस्थापना की जा रही है। खंडवा के एआरटीओ ही बुरहानपुर जिले के भी प्रभारी हैं जो कभी यहां नहीं आते। ऐसे में वाहन चालक अपनी मनमानी करते हैं। खास बात यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों खकनार, शाहपुर, नेपानगर में भी कभी वाहनों की चेकिंग नहीं होती। इन क्षेत्रों में भी कईं वाहन बिना फिटनेस के चल रहे है। बसें भी काफी कंडम स्थिति में संचालित की जा रही है। बिना नंबर के ट्रेक्टर ट्रॉली भी संचालित होते देखे जा सकते हैं। विभाग का इस तरफ ध्यान नहीं है।
….