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शिक्षा विभाग ने अब तक एक बार भी जारी नहीं किया नोटिस, रसूखदार स्कूलों ने भी नहीं भरी जानकरी
बुरहानपुर। जिले की निजी स्कूलों को अपने यहां वसूल की जाने वाली फीस की जानकारी पोर्टल पर डालना है, लेकिन जिले की कईं स्कूलें ऐसी है जिन्होंने मनमानी कर अब तक जानकारी अपडेट नहीं की। कुछ स्कूले बंद हो गई जबकि कुछ का कहना है कि पोर्टल में परेशानी के कारण जानकारी अपडेट नहीं हो पा रही है। वहीं पत्राचार के बाद भी शिक्षा विभाग इस समस्या का निराकरण नहीं कर रहा है न ही आज तक किसी स्कूल को नोटिस जारी किया गया। 191 अशासकीय स्कूलों में से 111 ने ही जानकारी दी जबकि शेष बची 80 स्कूलों में से कुछ तो बंद ही हो गई है।
दरअसल राज्य सरकार के आदेश हैं कि कोई भी निजी स्कूल पालकों से अधिक फीस वसूली नहीं करेगी। जबलपुर के एक मामले के बाद पूरे प्रदेश में प्रशासन ने अभियान चलाकर स्कूलों से फीस की स्थिति की जानकारी ली। पिछले दिनों बुरहानपुर की एक निजी स्कूल ने विद्यार्थियों की फीस वापस भी लौटाई थी, लेकिन जिले में कईं ऐसे रसूखदार हैं जिनकी स्कूलों की ओर से अब तक भी इसकी जानकारी ऑनलाइन अपडेट नहीं की गई है। जबकि यह सभी स्कूल संचालकों के लिए अनिवार्य था, लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते इसमें भी मनमानी की जा रही है। ऐसे में पालक परेशान हैं और मजबूरी में अधिक फीस चुका रहे हैं।
गौरतलब है कि शिक्षा विभाग की ओर से आनलाइन जानकारी प्रस्तुत करने के लिए एक निर्धारित फार्मेट दिया गया था जिसमें हर स्कूल को कॉलम वाइज कक्षा पहली से लेकर 12 वीं तक की जानकारी भरनी थी। कुछ स्कूलों ने तो अपना डाटा जमा कर दिया, लेकिन जिन रसूखदारों की स्कूलें जिले में संचालित हो रही है उन्होंने इस आदेश को नहीं माना। कुछ निजी स्कूलें ऐसी है जहां के संचालकों ने कक्षा पहली से 12 वीं तक एक भी विद्यार्थी के फीस की जानकारी नहीं भरी। न ही उसे आनलाइन सम्मिट किया।
जानकारी न देने वाली कईं स्कूलें बंद
खास बात यह है कि 191 अशासकीय स्कूलों में से 111 ने ही पोर्टल पर फीस की इंट्री की है जबकि 80 ने इंट्री नहीं की। इसमें से भी कुछ स्कूलें बंद हो गई। शिक्षा विभाग ने अब तक इस मामले में किसी को नोटिस जारी नहीं किया। मीडिया के सवाल पूछने के बाद अब डीईओ ने नोटिस जारी करने की बात कही है।
पोर्टल पर जानकारी भरने में आ रही दिक्कतें
कुछ स्कूल संचालकों का कहना है कि पोर्टल पर जानकारी भरने में परेशानी आ रही है। शिक्षा विभाग ने इसे लेकर विभाग से पत्राचार किया, लेकिन विभागीय स्तर से भी कोई एक्शन नहीं लिया गया। ऐसे में निजी स्कूलों को फायदा हो रहा है। जबकि दूसरे जिलों में सरकार के आदेश के बाद ऐसी स्कूलों के खिलाफ कराई की गई थी जिन्होंने लापरवाही बरती थी।
वर्जन-
कारण बताओ नोटिस जारी करेंगे
– 191 में से 111 स्कूलों ने जानकारी भरी। 80 ने कोई जानकारी नहीं दी। इसमें से कुछ बंद हो गई। कुछ स्कूलों को जानकारी भरने में परेशानी आ रही है। जिन लोगों ने जानकारी नहीं भरी उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा।
– संतोष सिंह सोलंकी, डीईओ बुरहानपुर