-
भारी संख्या में तैनात रहा पुलिस बल, समाजजन ने युवकों को अस्पताल नहीं ले जाने दिया, मौके पर ही चेकअप करने पहुंचे डॉक्टर
बुरहानपुर। बोहरा समाज के दरगाह ए हकीमी प्रबंधन पर एक बार फिर जमीन पर अतिक्रमण का आरोप लगा है। इसे लेकर बौद्ध समाजजन द्वारा काफी दिनों से विरोध किया जा रहा है। 4 दिन से समाज के लोग लोधीपुरा में आमरण अनशन कर रहे हैं। चौथे दिन विवाद की स्थिति बनी।
दरअसल बौद्ध समाज के लोगों ने बुधवार सुबह 11 बजे से बोहरा समाज की दरगाह ए हकीमी गेट के पास जमा होकर विरोध प्रदर्शन किया। 4 दिन से यहां चल रहे आमरण अनशन के दौरान चौथे दिन दोपहर करीब 12 बजे पुलिस ने दो युवकों सचिन गाढ़े और एक अन्य को स्वास्थ्य की दृष्टि से जिला अस्पताल पहुंचाना चाहा, लेकिन समाजजनों के भारी विरोध के बीच उन्हें ले जाने नहीं दिया। इस दौरान पुलिस और लोगों के बीच खींचातानी भी हुई। काफी देर तक गहमा गहमी का माहौल बना रहा। कुछ लोग एंबुलेंस के पास जमा हो गए और विरोध दर्ज कराया। समाज की मांग थी कि डॉक्टरों को यहीं बुलाया जाए। तब डॉक्टरों ने मौके पर पहुंचकर स्वास्थ्य चेकअप किया। काफी भीड़ जमा होने पर पुलिस ने उन्हें खदेड़ा। एक पुलिसकर्मी को खींचातानी में मामूली चोट भी आई है। इसके बाद दूर जाकर भी समाजजनों ने जमकर नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन किया। सुरक्षा की दृष्टि से मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। एएसपी एएस कनेश, एडीएम वीरसिंह चौहान, सीएसपी गौरव पाटिल, तहसीलदार रामलाल पगारे सहित अन्य पुलिस और प्रशासनिक अफसर मौके पर पहुंचे। एएसपी एएस कनेश ने समझाईश दी कि आंदोलन कर रहे हैं तो शांतिपूर्ण ढंग से किया जाएगा। इसे लेकर बैठक करा दी जाएगी। इसके बाद वापस समाजजन धरने पर शांतिपूर्ण तरीके से बैठ गए।
समाज का आरोप- मरघट की भूमि पर है अतिक्रमण
समाज का आरोप है कि दरगाह ए हकीमी प्रबंधन ने समाज की मरघट की भूमि पर अतिक्रमण किया है और यहां पार्किंग बना ली है। वहीं दरगाह प्रबंधन इसे वक्फ की जमीन होने, सारे रिकॉर्ड मौजूद होने की बात कह रहा है। गौरतलब है कि मंगलवार को भी काफी संख्या में बौद्ध समाजजन कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे। जहां उन्होंने बोहरा समाज दरगाह ए हकीमी प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी। साथ ही आरोप लगाए गए थे कि दरगाह ए हकीमी प्रबंधन ने बौद्ध समाज की श्मशान की भूमि पर अतिक्रमण कर उस पर पार्किंग बना ली है। पिछले 4 दिनों से समाज के लोग आंदोलन भी कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इसलिए काफी संख्या में महिलाए पुरूष कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे और नारेबाजी कर अफसरों को ज्ञापन सौंपा था। दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया की ओर से समाजजन जमा हुए थे।
समाज के लोगों का कहना है कि ग्राम पंचायत ऐमागिर्द लोधीपुरा में अनुसूचित जाति समाज की शमशान की भूमि है। इसकी भूमि खसरा नंबर 64 पर षडयंत्रपूर्वक कब्जा कर लिया गया। 2003 में अफसरों ने गलत जानकारी के आधार पर उसे वक्फ बोर्ड में शामिल करने का आदेश जारी किया। लेकिन उसके कोई प्रमाण नहीं हैं। महज एक जगह इंट्री है। पिछले डेढ़ साल से समाज के लोग यह लड़ाई लड़ रहे हैं। 18 फरवरी से समाज के लोग आमरण अनशन पर बैठे हैं। उनका कहना है हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है इसलिए आज लोधीपुरा में दरगाह के गेट पर विरोध प्रदर्शन किया गया।
समाज के बौद्ध समाज महासंघ अध्यक्ष राजेश शंखपाल ने कहा-हम हमारे मरघट की जमीन वापस चाहते हैं। यहां अतिक्रमण किया गया है। उन्हें आमरण अनशन से हटाने के लिए अच्छा व्यवहार नहीं किया गया। अगर हटाना ही था तो सम्मानजनक तरीके से हटाते। हम इसकी शिकायत करेंगे। वहीं आंदोलन कर रहे सचिन गाढ़े ने कहा-हम हमारी मरघट की जमीन वापस मांग रहे हैं। दरगाह प्रबंधन के लोग मनमानी कर रहे है। हमारी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। इसलिए आमरण अनशन पर बैठना पड़ा।
वर्जन-
शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन करने की समझाईश दी
पिछले दो तीन दिन से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। समझाईश दी है कि दरगाह ए हकीमी प्रबंधन के साथ बैठकर कर चर्चा की जाएगी। पुलिस की तरफ से सतर्कता बरती गई। उनकी मांग थी कि डॉक्टर यहीं देखने आए तो डॉक्टर को बुलाया गया। शांतिपूर्ण ढंग से विरोध करने की समझाईश दी गई।
– एएस कनेश, एएसपी बुरहानपुर
नियमानुसार कार्रवाई होगी
खसरा नंबर 64 में मरघट बताया जा रहा है। इसकी जांच राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग में भी शिकायत की थी। उसकी जांच हुई थी। जो भी नियमानुसार कार्रवाई होगी वह की जाएगी।
– रामलाल पगारे, तहसीलदार