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कोड योगी: तकनीकी कौशल से सजेगा विद्यार्थियों का उज्जवल भविष्य
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आधुनिक तकनीकी शिक्षा के लिए ‘‘कोड योगी’’ का नया आयाम
बुरहानपुर। जीजामाता शासकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय ने विद्यार्थियों के तकनीकी कौशल को निखारने और एआई क्रांति से जोड़ने के लिए ‘‘कोड योगी’’ नामक एक अभिनव पहल शुरू की है। यह पहल विद्यार्थियों को सॉफ्टवेयर कोडिंग और एप डेवलपमेंट के कौशल से लैस कर, उन्हें लाखों रुपये के पैकेज वाले रोजगार के अवसर प्रदान करने की दिशा में कार्य कर रही है।
‘‘कोड योगी’’: एक तकनीकी क्रांति
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. दीपक शाह ने बताया कि यह पहल कलेक्टर सुश्री भव्या मित्तल के मार्गदर्शन में जुलाई 2024 से शुरू हुई। इसका उद्देश्य जरूरतमंद विद्यार्थियों को बिना किसी पूर्व ज्ञान के कोडिंग सिखाकर उन्हें उन्नत स्तर तक प्रशिक्षित करना है। यह कोर्स पूरी तरह निःशुल्क है और छात्रों के आत्मविश्वास को मजबूत कर रहा है।
स्मार्टफोन से सीखें कोडिंग
इस पहल की सबसे खास बात यह है कि छात्रों को कोडिंग सीखने के लिए लैपटॉप या कंप्यूटर की आवश्यकता नहीं है। एक स्मार्टफोन और इंटरनेट कनेक्शन से ही यह कोर्स पूरा किया जा सकता है। ऑनलाईन कोड एडिटर की मदद से छात्र मोबाइल पर कोडिंग प्रैक्टिस कर सकते हैं।
विद्यार्थियों को जोड़ने के प्रयास
कलेक्टर सुश्री मित्तल के निर्देशानुसार, जिले के विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के विद्यार्थियों को इस कोर्स से जोड़ने के लिए महाविद्यालय का भ्रमण कराया जा रहा है। इससे विद्यार्थी इस पहल के बारे में जानकारी प्राप्त कर पंजीकरण करवा सकते हैं।
पाठ्यक्रम और सुविधाएं
“कोड योगी” के अंतर्गत निम्नलिखित विषय पढ़ाए जा रहे हैं:
• HTML और CSS
• जावा और टाइपस्क्रिप्ट
• सॉफ्टवेयर लैंग्वेज
• एडब्ल्यूएस (AWS)
डाउट्स क्लियर करने की सुविधा
यह कोर्स टेलीग्राम एप पर संचालित होता है, जहां विद्यार्थी वीडियो देख सकते हैं, असाइनमेंट जमा कर सकते हैं और अपने सवाल पूछ सकते हैं।
निःशुल्क लैब सुविधा
महाविद्यालय में कोडिंग लैब की व्यवस्था की जा रही है, जो सभी छात्रों के लिए खुली रहेगी।
आसानी से जुड़ें ‘‘कोड योगी’’ से
• वेबसाइट: https://codeyogi.io/
• व्हाट्सएप नंबर: 73009-70666
• यूट्यूब वीडियो: देखें
भविष्य के लिए मार्गदर्शक
‘‘कोड योगी’’ पहल का उद्देश्य विद्यार्थियों को तकनीकी ज्ञान देकर उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करना है। इससे न केवल युवा छात्रों का कौशल बढ़ेगा, बल्कि मोबाइल के दुरुपयोग से बचाकर इसे उत्पादक दिशा में लगाया जाएगा।