बुरहानपुर। सत्य घटना पर आधारित फिल्म “2020 दिल्ली” को मध्य प्रदेश में टैक्स फ्री करने की माँग को लेकर बुरहानपुर मजदूर यूनियन ने गुरुवार को जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। यूनियन अध्यक्ष ठाकुर प्रियांक सिंह ने इस फिल्म को प्रदेश सरकार द्वारा कर-मुक्त घोषित करने की अपील की है। उनका कहना है कि इस फिल्म में 2020 के दिल्ली दंगों का वास्तविक चित्रण किया गया है, और जनता को सच्चाई से अवगत कराने के लिए इसे सभी के लिए सुलभ बनाया जाना चाहिए।
ठाकुर प्रियांक सिंह ने सरकार से अनुरोध किया कि फिल्म के रिलीज़ के दिन से ही इसे टैक्स फ्री किया जाए ताकि अधिक से अधिक लोग इसे देख सकें और वास्तविकता से अवगत हो सकें। उनका कहना है कि यह फिल्म समाज को एक जरूरी संदेश देती है, जिसे सभी तक पहुँचाने की आवश्यकता है।
फिल्म का विरोध गलत
यूनियन अध्यक्ष ने फिल्म के विरोध को अनुचित ठहराते हुए कहा कि कुछ राजनीतिक दल सच्चाई को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ पार्टियाँ दंगाइयों को बचाने का प्रयास कर रही हैं और एमआईएम जैसी पार्टियों ने दिल्ली दंगों के मास्टरमाइंड ताहिर हुसैन को चुनाव में टिकट तक दे दिया था।
राजनीतिक आरोप
ठाकुर प्रियांक सिंह ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल हर मुद्दे को हिंदू-मुस्लिम के चश्मे से देखते हैं, जो कि समाज के लिए घातक है। उनका कहना है कि यह फिल्म सत्य पर आधारित है और जनता को सही जानकारी देना जरूरी है। उन्होंने अपील की कि राजनीतिक कारणों से किसी भी सत्य घटना पर आधारित फिल्म का विरोध करना लोकतंत्र के लिए सही नहीं है।
जनता का समर्थन
फिल्म को टैक्स फ्री करने की माँग को लेकर बुरहानपुर के कई नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने भी समर्थन जताया है। उनका मानना है कि फिल्म के माध्यम से समाज को जागरूक करने का प्रयास किया गया है, और इस पर किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं होनी चाहिए।
सरकार की भूमिका
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि मध्य प्रदेश सरकार इस मांग पर क्या कदम उठाती है। क्या सरकार फिल्म को टैक्स फ्री करने का निर्णय लेगी या फिर राजनीतिक विवादों के चलते इस विषय पर कोई कदम नहीं उठाएगी? फिलहाल, बुरहानपुर मजदूर यूनियन और समर्थकों का कहना है कि सरकार को बिना किसी पूर्वाग्रह के फिल्म को देखना चाहिए और जनता के हित में इसे टैक्स फ्री करने का निर्णय लेना चाहिए।